Saturday 28 October 2017

Stress solutions

Gyan ki bate
0. Mastisk ko fula lena hai jada aage और हिम्मत लाना है (yes I can) सब kuch bina hichak के करना है
1. Mai thaka hua hu
2. Aage ki mind se sochna hai
3. Kuch books ka study krna hai
4. Piche ki baat bhul jana hai
5 .Heart beat count
6. Mastisk me piche ki or stress nahi lana hai
7.Harmon balance karke kadapan lana hai
8. No hormon use spine and back brain और kada rahana hai
9.spine se nahi sochana hai
10.loose hoke aage ghayan dena hai
11. Vastav me problem keval side se sochane ka ka hai जिससे apne sarir ki chinta hoti hai
12.mastisk ke sest rakhe ke haw ekdum vo bhi aage

Friday 27 October 2017

B12 की कमी के कारण सांस चढना

शरीर के लिये जरूरी पोषक तत्वों में से एक है विटामिन। उनमें से एक विटामिन बी-12 हमारे शरीर की कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। यह मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और नसों के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। हमारे शरीर में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण भी विटामिन बी-12 की सहायता से होता है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए विभिन्न तरह के प्रोटीन बनाने का काम करता है। माना जाता है कि इसकी कमी से पुरुषों में इन्फर्टिलिटी या यौन संबंधी दोष हो सकते हैं। विटामिन बी-12 की कमी के लक्षण शरीर में विटामिन बी-12 की कमी के लक्षणों में थकान और कमजोरी, त्वतचा में पीलापन, याद्दाश्त में कमी, वजन घटना, दिल की धड़कनें तेज होना और साँसों का चढ़ना शामिल है। लम्बे समय तक एनीमिया होने से व्यक्ति में विटामिन बी-12 की कमी हो सकती है। यह विटामिन मुख्य रूप से माँसाहारी उत्पादों में पाया जाता है इसलिये शाकाहारी लोगों में विटामिन बी-12 की कमी आम हो जाती है। विटामिन बी-12 की कमी से होने वाले नुकसान विटामिन बी-12 उन तत्वों में से है जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के सुचारू रूप से कार्य करने में सहायक होता है। इसकी कमी सेहत के लिए निश्चित रूप से बड़े स्तर पर नुकसानदेह साबित हो सकती है। शरीर में अगर विटामिन बी 12 की कमी हो जाए तो स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है। अचानक थकान महसूस होने लगती है। लोग डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। विटामिन बी 12 के स्रोत शरीर में विटामिन बी-12 की उचित मात्रा बनाये रखने के लिये दूध से बने उत्पादों जैसे दूध, मक्खन, दही, पनीर आदि का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिये। माँसाहारी लोगों को मछली, मुर्गा और अंडे इत्यादि से विटामिन बी-12 की पूर्ति हो जाती है। हालांकि, विटामिन बी-12 का अत्यधिक सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाता है। विटामिन बी-12 की कमी के कारण अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक एनीमिया अर्थात खून की कमी की समस्या रही हो या फिर उसने वजन घटाने और आंतों की सर्जरी कराई हो तो यह विटामिन बी-12 की कमी का कारण है। इसके अलावा माना यह भी जाता है कि जो लोग शाकाहारी हैं या जिन्हें मांस, मछली खाना पसंद नहीं हैं तो उन्हें भी विटामिन बी-12 की कमी झेलनी पड़ती है। और इसे भी विटामिन बी-12 की कमी का कारण माना गया है। विटामिन बी12 के फायदे 1. अगर शरीर में विटामिन बी12 हो तो तंत्रिका तंत्र (Nervous system), अवसाद (Depression), तनाव (Stress) और मस्तिष्क संकोचन (Brain shrinkage) को कम करने में मदद मिलेगी। 2. यह कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में परिवर्तित कर देता है। जिसकी वजह से शरीर को उर्जा मिलती है और बॉडी को थकान और सुस्ती से राहत मिलती है। 3. शरीर में विटामिन बी12 के स्रोत स्तन, पेट, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर बचाते हैं। 4. इसे अपने डाइट में शामिल करने से त्वचा, बाल और नाखून हमेशा स्वस्थ रहते है। 5. जिनका कोलेस्ट्रॉल का लेवल खराब है या उच्च रक्तचाप की समस्या है उन्हें भी अपने डाइट में विटामिन बी12 को शामिल करना चाहिए। भारतीयों में विटामिन बी12 की कमी शरीर की तंत्रिका तंत्र सही तरह से कार्य करे इसके लिए विटामिन की जरूरत होती है। लेकिन हाल ही में एक अध्ययन से पता चला है कि 10 से 7 भारतीयों में विटामिन की कमी देखी गई है। इनमें से विटामिन बी12 की कमी की संख्या बहुत ही ज्यादा है। आपको बता दें कि विटामिन बी12 मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के कार्यों को नियंत्रित करता है। ऐसा देखा गया है कि जो लोग पूरी तरह से शाकाहारी हैं, वह विटामिन बी12 की कमी के शिकार होते हैं। क्योंकि ज्यादातर विटामिन बी12 के स्रोत्र मीट, मछली और अंड़े में होते हैं। इसके अलावा दूध से बनी चीजें भी विटामिन बी12 के स्रोत है।

Friday 6 October 2017

Vitamin b12 facebook

● मानव अपने जीवन में हमेशा यह प्रयास करता है की वह पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन करे, आम तौर पर वह ये अपेक्षा भी करता है कि उसके खान-पान में संतुलन बना रहे जिससे उससे शरीर को कोई भी नकारात्मक अनुभव या बीमारी का सामना न करना पड़े, फिर भी आज कल की जीवन शैली इतनी तीव्र और व्यस्त हो गई है कि मनुष्य के भोजन में कोई न कोई कमी रह ही जाती है, जिसे वह बेपरवाह होकर इग्नोर भी करता रहता है, कभी कभी ये कमियां कई छोटे-बड़े दुष्परिणामों के साथ लौटती हैं | इसी लिए हमें अपने खान पान और उसमें लिए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में पूर्ण जानकारी रखनी चाहिए तथा अपने भोजन को संतुलित बनाने के प्रयास करने चाहिए | वैसे तो सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए आवश्यक हैं, मगर आज हम बात करेंगे विटामिन B12 की, जो कि ना सिर्फ जरुरी है, बल्कि इसकी कमी हमारे शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकती है| 》आइये सबसे पहले ये जानते हैं कि आखिर विटामिन B12 होता क्या है :- Q:- क्या होता है विटामिन B12 ? विटामिन B12 एक कार्बनिक यौगिक है। कार्बन के रासायनिक यौगिकों को कार्बनिक यौगिक कहते हैं। प्रकृति में इनकी संख्या 10 लाख से भी अधिक है। विटामिन बी 12 को cobalamin कहा जाता है, यह मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्रकी के सामान्य कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ,यह कई महत्वपूर्ण शरीर की प्रक्रियाओं के सुचारू संचालन के लिए जिम्मेदार है, यह एक पानी में घुलनशील विटामिन है , और रक्त के गठन के लिए आवश्यक है । यह विटामिन सबसे अधिक संरचनात्मक रूप से जटिल विटामिन है और केवल बैक्टीरियल किण्वन संश्लेषण के माध्यम से औद्योगिक रूप से उत्पादित किया जा सकता है। Q:- क्या करता है विटामिन B12 ? 1. विटमिन बी-12 हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। 2. यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और नर्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायता है। 3. शरीर में RBC का निर्माण भी इसी से होता है। 4. शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। 5. इस विटामिन का अवशोषण हमारी आंतों में होता है। 6. आँतों में मौजूद लैक्टो बैसिलस, बी-12 के अवशोषण में सहायक होते हैं। 7. यह लिवर में जाकर संग्रहीत होता है। उसके बाद शरीर के जिन हिस्सों को इसकी जरूरत होती है, लिवर द्वारा इसे वहां भेजा जाता है। 》 आइये जानते हैं कि विटामिन B12 के फायदे क्या क्या हैं :- 1. विटामिन बी 12 प्रतिरक्षा बढ़ाने में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है। 2. विटमिन बी-12 हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। 3. यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और नर्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। 4. हमारी लाल रक्त कोशिशओं का निर्माण भी इसी से होता है। 5. यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। 6. यह तंत्रिका तंत्र का स्वस्थ विनियमन को कम करने में मदद करता है। 7. यह एक स्वस्थ पाचन प्रणाली को बनाए रखने में मदद करता है । 8. विटामिन बी 12 अस्वास्थ्यकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार, स्ट्रोक , और उच्च रक्तचाप के व हृदय रोग भी रोकने में सहायता करता है। 9. यह स्वस्थ त्वचा , बाल और नाखून के लिए आवश्यक है । 10. यह सेल प्रजनन और त्वचा का लगातार नवीकरण में मदद करता है। 11. विटामिन बी 12 स्तन , पेट , फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर सहित कैंसर के विरुद्ध कार्य करता है 12. विटामिन बी 12 की लाल रक्त कोशिकाओं ( आरबीसी ) के उत्पादन के लिए आवश्यक है, अत: इसकी कमी कमजोरी और थकान का कारण बनती है । 13. कई अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन बी 12 की पूरकता थकान और थकान से निपटने के लिए संभावित उपचार के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है| 14. अवसाद, तनाव, और मस्तिष्क संकोचन में मदद करता है। अन्य फायदे- विटामिन B12 कुछ अन्य विषयों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे :- 》 सेक्स सम्बन्धी फायदे :- 1. वैज्ञानिकों ने माना है कि अन्य आवश्यक विटामिन बी के साथ-साथ विटामिन बी 12, प्रजनन क्षमता को सक्षम करने के लिए तथा सेक्स हार्मोन को नियंत्रित करके सेक्स ड्राइव को बढ़ावा देने का काम करता है । 2. यह सेक्स के दौरान ऊर्जावान बनाये रखता है और जल्दी थकने नहीं देता | 3. विटामिन बी 12 अपने प्रजनन प्रणाली के कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | 4. विटामिन बी 12 न केवल सेक्स ड्राइव और ऊर्जा को बढ़ाता है बल्कि यह स्त्रियों में प्रजनन क्षमता को भी बढ़ावा देता है विटामिन B12 बॉडी बिल्डिंग के लिए :- 1. विटामिन बी 12 प्रोटीन और वसा के निर्माण व metabolizing में सहायता करता है। 2. एक बॉडी बिल्डर के रूप में, आप की मांशपेशियों की मरम्मत और ऊर्जा के स्रोत के रूप में वसा का निर्माण करता है 3. बी -12 उन मांसपेशियों को ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए जरूरी हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है। 4. यह पोषक तत्व मांसपेशियों पर नियंत्रण के लिए आवश्यक है । विटामिन B12 बालों के लिए: - 1. विटामिन बी 12 तंत्रिका तंत्र और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के साथ साथ हमारे बालों को भी प्रभावित करता है | 2. विटामिन बी 12 हमारे बालों के रोम सहित शरीर की सभी कोशिकाओं को पोषण प्रदान करता है । 3. विटामिन बी 12 बालों के विकास के लिए आवश्यक है, 4. जो लोग अक्सर समय से पहले बालों के झड़ने से पीड़ित होते हैं, उनके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी है । 5. यदि आप आहार में विटामिन बी 12 का अपर्याप्त उपभोग करते हैं, तो आप बालों के झड़ने, या धीमी गति से बालों के विकास का अनुभव करते हैं । 6. विटामिन B12 की पूरकता बालों को लम्बा व घना बनाती है | 》 विटामिन B12 का उपयोग कहाँ कहाँ हो सकता हैं :- 1. विटामिन बी 12 , साइनाइड विषाक्तता, और ट्रांसकोबलमीन की वंशानुगत कमी के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है । 2. यह सांघातिक अरक्तता का पता लगाने के लिए शिलिंग परीक्षण के हिस्से के रूप में दिया जाता है 3. विटामिन बी 12 अक्सर एक विटामिन बी कॉम्प्लेक्स तैयार करने में अन्य विटामिन बी के साथ संयोजन में इस्तेमाल किया जाता है । 4. विटामिन बी 12 डीएनए संश्लेषण में महत्वपूर्ण है। 5. विटामिन बी 12 के भोजन में प्रोटीन के लिए जरूरी है । 》विटामिन B12 के स्रोत , आइये जानते हैं कि यह पोषक तत्व हमें किसके द्वारा प्राप्त होता है :- 1-मानव शरीर को प्रतिदिन औसतन 2.4 माइक्रोग्राम विटमिन बी-12 की जरूरत होती है, जो शाकाहारी लोगों को सामान्यत: 2 ग्लास दूध, 2 कटोरी दही, 100 ग्राम पनीर के अलावा खाने में 45 मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटियां, 45 मल्टीग्रेन ब्रेड, ओट्स और बिस्किट के सेवन से मिल जाता है। 2-विटामिन बी 12 आमतौर पर मछली, शंख , मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों के रूप में खाद्य पदार्थों की एक किस्म में पाया जाता है | 3-मांसाहारी पदार्थों में तो विटामिन बी 12 की भरपूर मात्रा होती है, लेकिन शाकाहारी लोगों को विशेष रूप से अपने भोजन पर ध्यान देना होता है| 4-विटामिन बी 12 के कुछ मुख्य स्रोत हैं:- जिनमें दूध, दही, पनीर, चीज, मक्खन, सोया मिल्क आदि महत्वपूर्ण हैं। 5-इसके अतिरिक्त धरती के अंदर उगने वाली सब्जियों जैसे आलू, गाजर, मूली, शलजम, चुकंदर आदि में भी विटामिन बी 12 पाया जाता है। 6-नॉन वेजिटेरियन लोगों को अंडा, मछली, रेड मीट, चिकन आदि से विटमिन बी 12 भरपूर मात्रा में मिलता तो है, परंतु इसके अत्यधिक सेवन से बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जो हानिकारक है| 7-यदि 1 Kg आटे में 100 ग्राम वे प्रोटीन पाउडर मिला दिया जाए तो इससे विटमिन बी-12 का पोषण मिल जाता है | 8- भोजन में भले ही बी12 होने का दावा किया जाये, किन्तु अधिक पकाने से भोजन में बी12 नष्ट हो जाता है। 9- प्राकृतिक स्रोतों के अतिरिक्त हम इसकी आपूर्ति पूरक स्रोतों, जैसे विटामिन की गोलियों द्वारा भी कर सकते हैं। 10-पूरक स्रोतों में पाया जाने वाला विटामिन बी12 प्रयोगशाला में संश्लेषित होता है। इसमें किसी पशु-उत्पाद का प्रयोग नहीं होता है। 11-पश्चिमी देशों में प्रचलित पैकेटबंद शाकाहारी भोजन (फ़ोर्टिफ़ाइड सेरियल) और चिक्की/पट्टी (ग्रेनोला बार) बी12 सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। 》 8विटामिन B12 की कमी से होने वाले कुछ नुकसान भी हैं , जैसे 1- विटामिन बी 12 अपनी कोशिकाओं के डीएनए synthesizing के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए विटामिन बी 12 के निम्न स्तर के साथ , डीएनए दोष हो सकता है। डीएनए में दोष जन्म दोष के रूप में व्यक्त किया जाता है 2-अध्ययन बताते हैं कि न्यूरल ट्यूब दोष (NTD) और बच्चों में डाउन सिंड्रोम का खतरा , विटामिन बी 12 की कमी से उत्पन्न होता है । 3-इसकी कमी से ऊर्जा उत्पादन में कमी और शरीर में थकान और सुस्ती का अनुभव होता है | 4-यह शरीर में कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में बदलने के लिए आवश्यक है । 5-सख्त शाकाहारियों , भारी पीने और धूम्रपान करने वालों , गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और बुजुर्गों को आम तौर पर विटामिन बी 12 की खुराक की आवश्यकता होती है । 6-लम्बे समय तक विटामिन बी12 की कमी रहने पर मस्तिष्क सम्बन्धी गतिविधियाँ और रक्त निर्माण जैसी प्रक्रियाओं पर असर पड़ता है और चिकित्सकों की सलाह से सुइयों या नासिका के द्वारा विटामिन बी की पूरक मात्रा शरीर में पहुँचाई जा सकती है। 7-विटामिन बी-12 की कमी से नाडिय़ों की निष्क्रियता हो सकती है जो हाई ब्लड शूगर के कारण और ज्यादा बढ़ जाती है। कैसे पता करें कि शरीर में विटामिन B12 की कमी है या नहीं ? 》विटामिन B12 की कमी के ये हैं लक्षण :- 1- जब शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होती है तो कब्ज की समस्या ज्यादा होती है। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल" में प्रकाशित शोध में इस बात का दावा किया गया है। 2- जब शरीर में बी-12 की कमी होती है , तब लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में बाधा पैदा होती है जो शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन को पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। तब ये प्रमुख लक्षण हो सकते हैं:- 1. अत्यधिक थकान 2. मुंह तथा जीभ में दर्द 3. विकास में देरी 4. वजन कम होना 5. कब्ज 6. अवसाद 7. धुंधलापन 8. सांस का फूलना 9. हाथों तथा पैरों का ठंडा पडऩा 10. पीली त्वचा या जॉन्डिस 11.भूख न लगना, भ्रम तथा याद शक्ति का क्षरण 12. शरीर का संतुलन बनाए रखने में समस्या या बेहोश होने जैसी हालत 》विटामिन B12 की कमी का निदान :- 1-विटामिन बी-12 की कमी की जांच सीरम बी-12 टैस्ट द्वारा की जाती है और इसका इलाज कारण और कमी की गंभीरता को देखते हुए पिल्स और इंजेक्शन्स के माध्यम से किया जाता है। 2- जब भी आपको लगे कि कोई काम करने में आपको उलझन हो रही है या आपकी स्मरण शक्ति कमजोर हो रही है तो विटामिन बी-12 की कमी की जांच करवाएं। 3-विटामिन बी-12 जन्म संबंधी विकृतियों के विकास को रोकने के लिए एक केंद्रीय तत्व है इसलिए जो महिला गर्भ धारण की योजना बना रही है उसे इसकी कमी की जांच करवा लेनी चाहिए। यह फोलिक एसिड जितना ही महत्वपूर्ण है।

हिंदुस्तान b12 is best vitamin

क्या आपने हाल में विटामिन बी-12 के स्तर की जांच करवायी है? दिल्ली की एक 37 वर्षीय गृहिणी पिछले छह माह से अपने मूड में तेजी से आने वाले उतार-चढ़ाव से परेशान थीं। अंत में वे मनोचिकित्सक के पास गयीं। मनोचिकित्सक ने सबसे पहले हारमोन असंतुलन और पोषण की कमी को जानने के लिए ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह दी। विटामिन बी-12 की कमी को छोड़ कर पूरी ब्लड रिपोर्ट सामान्य रही। बी-12 का स्तर 70पीजी/ एमएल पाया गया, जबकि सामान्य स्तर 250 पीजी/ एमएल माना जाता है। मनोचिकित्सक ने उन्हें विटामिन बी-12 के 10 इंजेक्शन और 20 दिन तक नियमित विटामिन बी-12 की टेबलेट लेने को कहा। क्यों जरूरी है विटामिन बी-12 शरीर में विटामिन बी-12 की पर्याप्त मात्रा हमारे तंत्रिका तंत्र और रक्त कणिकाओं को सही तरीके से काम करने में मदद करती है। शरीर में डीएनए स्ट्रेंड्स के निर्माण के लिए भी इस विटामिन की जरूरत होती है। यदि शरीर में विटामिन बी-12 की मात्र का ध्यान न रखा जाए तो इससे तंत्रिका तंत्र को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है। प्रसिद्ध मनोचिकित्सक संजय चुघ के अनुसार, ‘भारत में पुरुष व महिला दोनों में सामान्य रूप से विटामिन-12 की कमी देखने को मिलती है। मेरे पास आने वाले मरीजों को सबसे पहले मैं विटामिन बी-12 की जांच कराने की सलाह देता हूं। कई बार विटामिन बी-12 की कमी पाए जाने पर सामान्य बी-12 सप्लीमेंट्स लेने से ही मूड के उतार-चढ़ाव व रोने की समस्या का हल हो जाता है। शरीर में विटामिन बी-12 की काफी कमी होने पर इंजेक्शन लगाए जाते हैं। हमारे यहां विटामिन बी-12 की कमी के मामले अधिक हैं, जिसका कारण बड़ी संख्या में लोगों का शाकाहारी होना है।’ विटामिन बी-12 पानी में घुलनशील है। यह मुख्यत: मीट, मछली, दूध व उसके उत्पादों और वेजिटेरियन फोर्टिफाइड फूड में पाया जाता है। पर शाकाहारी उत्पादों में पाए जाने वाले विटामिन बी-12 की तुलना में गैर शाकाहारी उत्पादों जैसे सालमन और लिवर वसा में यह अधिक होता है। शाकाहारी फोर्टिफाइड चीजें जैसे सोया और ओट्स भारत में कम खाई जाती हैं। यही वजह है कि शाकाहारी लोगों को विटामिन बी-12 से युक्त चीजों को खाने की सलाह दी जाती है। विटामिन बी-12 के लक्षण मुख्यत: त्वचा का पीलापन, सांस लेने में बाधा, नसों में दर्द, कमजोरी, वजन की समस्या, दृष्टिदोष आदि के साथ डिप्रेशन, हिंसक व्यवहार, व्यक्तित्व में बदलाव और हेल्यूसिनेशन जैसी मानसिक समस्याओं के रूप में दिखता है। हाथ और पैर में लगातार सनसनाहट रहती है। चुनौती क्यों? हमारा शरीर पेट में विभिन्न एसिड और एंजाइम की मदद से भोजन में मौजूद विटामिन बी-12 को प्रोटीन से अलग करता है। 50 की उम्र के बाद से शरीर में इन एसिड का उत्पादन घटना शुरू हो जाता है, जिसकी पूर्ति के लिए डॉक्टर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं।

Thursday 5 October 2017

How to grow my hair

गरिमा शर्मा अगर आपको भी दाढ़ी मूंछकर रखकर कुछ डिफरेंट स्टाइल कैरी करना है और आपकी फेशल हेयर की ग्रोथ कम है, तो एक्सपर्ट्स के बताए इन टिप्स को अपना सकते हैं... हाल ही में कई मूवीज में ऐक्टर्स को दाढ़ी मूंछों में दिखाया गया है। वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में जहां अक्षय कुमार मूंछों में दिखें, तो इमरान खान भी मूंछों और हल्की दाढ़ी में नजर आए। अजय देवगन भी हिम्मतवाला में मूंछों में नजर आए थे। इनके अलावा रणवीर सिंह रामलीला में बड़ी बड़ी मूंछों में नजर आएंगे। ऐसे में बॉयज भी दाढ़ी मूंछ के साथ कुछ डिफरेंट स्टाइल कैरी करने के लिए क्रेजी हो रहे हैं लेकिन प्रॉब्लम उन बॉयज को है जिनके फेशियल हेयर की ग्रोथ कम है। ऐसे में हमने एक्सपर्ट्स से बात कर यह जाना कि किस तरह से इन्हें बढ़ाया जा सकता है। इस बारे में एक प्राइवेट हेयर क्लिनिक से जुड़े डॉ. एस़ सरीन का कहना है, 'बहुत पहले से ही दाढ़ी और मूंछें रखना पुरुषों को पसंद है। यहां तक कि कई लेडीज को तो जेंट्स इसी लुक में पसंद हैं। ऐसे में जिन बॉयज के फेशल हेयर की ग्रोथ कम है, वह कई तरीकों से इसे बढ़ा सकते हैं। वह विटामिन ए, बी, सी और ई से रिच डाइट लें। इनका हेयर ग्रोथ में बहुत अहम रोल है।' एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको अपनी डाइट में विटामिन बी अच्छी मात्रा में लेना चाहिए। बी1, बी6 और बी 12 शामिल करना बेहद जरूरी है। यह आपको फिश, सी फूड, एग, ग्रेन्स, दूध, दही, बीन्स, मीट्स और ग्रीन वेजिटेबल में अच्छी मात्रा में मिलेगा। इन्हें आजमा कर देखो आप फेस की रेग्युलर टाइम पीरियड पर मसाज करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और नई हेयर ग्रोथ को भी यह सपोर्ट करता है। अपनी डाइट में प्रोटीन का अमाउंट ज्यादा लें। आप मीट, फिश, एग और नट्स से प्रोटीन भरपूर मात्रा में प्राप्त कर सकते हैं। इसका असर आपको बहुत जल्द ही चेहरे पर दिखने भी लगेगा। पानी के बिना यहां भी काम नहीं चलेगा। आपको रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके साथ ही स्ट्रेस को अपनी लाइफ से दूर भगाएं। इससे आपके मेंटल ग्रोथ पर भी असर पड़ता है। स्ट्रेट कम करने के लिए आप योगा भी कर सकते हैं। इसका आपको पॉजिटिव असर नजर आएगा और हेयर ग्रोथ में इन्डायरेक्टली यह हेल्पफुल होगा। आप अपनी स्किन को क्लीन रखें। सुबह और शाम क्लींजर से कलीन करें। हफ्ते में एक बार स्किन को एक्सफोलिएट जरूर करें। इससे स्किन के डेड सेल्स निकल जाएंगे। नेचरल उपाय आप सरसों की पत्तियों का पेस्ट बना लें। इसमें आंवला की कुछ बूंदें मिलाएं। इसे उन एरियाज पर लगाएं जहां आप बालों की ग्रोथ चाहते हैं। इसे 15 से 20 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद ठंडे पानी से इस पेस्ट को धोएं। ध्यान रहें कि इसके लिए गुनगुने या गर्म पानी का यूज इस मौसम में न करें। सिर्फ ठंडे पानी से इसे धोएं। यह प्रोसेस आप हफ्ते में तीन बार जरूर अप्लाई करें। धीरे-धीरे आपको फर्क महसूस होने लगेगा। ये नहीं करना अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो आपका घनी दाढ़ी और मूंछों का सपना पूरा होना मुश्किल हो सकता है। इसका असर आपकी फेशल ग्रोथ पर भी पड़ता है। डॉक्टर बताते हैं कि सिगेरट में मौजूद निकोटिन बॉडी को न्यूट्राइंट्स अब्जॉर्ब करने से रोकता है और ब्लड सर्कुलेशन को भी कम कर देता है। सीनियर कंसलटेंट डॉ़ उदय बताते हैं कि स्मोकिंग से हेयर लॉस होता है। इसे बिल्कुल अवॉइड करें। इसके अलावा आपको स्वीट्स और फास्ट फूड भी कम लेना चाहिए। इनकी बजाय फ्रूट्स, दूध, दही, नट्स और सोया प्रॉडक्ट्स और बॉडी को हाइड्रेट करने वाले ड्रिंक्स लें। इससे फायदा होगा।

Sunday 1 October 2017

Vitamin b12 punjab

विटामिन बी 12 की कमी के कारण : शरीर को बेहतर रूप से चलाने के लिए मिनरल्स,प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्स और फाइबर की जरूरत पड़ती है। एक एेसा विटामिन जो शरीर को चलाने के लिए बेहद जरूरी हो लेकिन डाइट से वो शरीर को न मिले तो उस विटामिन की कमी से शरीर पर कई बुरे प्रभाव पड़ते हैं। एेसे ही विटामिन B12 निरोगी जीवन की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण कुंजी है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का काम ही नहीं करता, बल्कि शरीर के हर हिस्से की न‌र्व्स को प्रोटीन देने का काम भी करता है। इसकी कमी होने से शरीर इस तरह के संकेत देता है। आइए जानें.. 1. त्वचा का पीला पड़ना जब शरीर में विटामिन B12 की कमी होती है तो शरीर मजबूत सेल्स को बनाने की शक्ति खो देता है।जिससे स्किन पीली पड़नी शुरू हो जाती है और यह विटामिन बी 12 की कमी का एक निश्चित संकेत है। 2. याद्दाशत का कमजोर होना विटामिन B12 की कमी से व्यक्ति की याद्दाशत कमजोर होनी शुरू हो जाती है। खासकर युवा-पीड़ी में जिन लोगों को इसकी कमी होती हैं वे पागलपन तक का शिकार हो जाते हैं। 3. आंखों का थका होना जब खून में विटामिन B12 की कमी हो जाती है तो खून में आॅक्सीजन की कमी होनी भी शुरू हो जाती है। जिससे व्यक्ति की आंखें तक नहीं खुलती। 4. चक्कर आना चक्कर आना खून में ऑक्सीजन की कमी का एक और संकेत है। 5. हाथों-पैरों का सुन्न होना विटामिन बी 12 की कमी के कारण हाथ-पैर भी सुन्न होने शुरू हो जाते हैं। 6. स्वाद में बदलाव यदि आपको खाना खाने में टेस्टी नहीं लगता ते यह भी विटामिन बी 12 की कमी का कारण हो सकता है। 7.आंखों की रोशनी संबंधी समस्याएं यदि आपको देखने संबंधी कई तरह की परेशानियां आनी शुरू हो गई हैं जैसे कि दोहरा या धुंधला दिखाई देना तो समझो आपको विटामिन बी 12 की कमी के कारण नजर की समस्याएं हो रही हैं। विटामिन बी 12 के आहार स्रोत : विटामिन बी 12 की कमी को आप इन आहारों की मदद से घर पर ही पूरा कर सकते हैं। मांसाहारी भोजन : टर्की, मेमने, पोर्क, बीफ, चिकन, बकरी डेयरी: दही, कॉटेज पनीर, गाय का दूध, पनीर अंडे : इसका पीला भाग विटामिन बी12 की कमी पूरा करने के लिए बैस्ट है। शाकाहारी भोजन : नाश्ते में कुछ प्रकार का दलिया, पोषक खमीर, नारियल का दूध और इसके अन्य खाद्य उत्पाद जैसे कि ब्रेड में विटामिन बी12 की शक्ति होती है।