Saturday 28 October 2017

Stress solutions

Gyan ki bate
0. Mastisk ko fula lena hai jada aage और हिम्मत लाना है (yes I can) सब kuch bina hichak के करना है
1. Mai thaka hua hu
2. Aage ki mind se sochna hai
3. Kuch books ka study krna hai
4. Piche ki baat bhul jana hai
5 .Heart beat count
6. Mastisk me piche ki or stress nahi lana hai
7.Harmon balance karke kadapan lana hai
8. No hormon use spine and back brain और kada rahana hai
9.spine se nahi sochana hai
10.loose hoke aage ghayan dena hai
11. Vastav me problem keval side se sochane ka ka hai जिससे apne sarir ki chinta hoti hai
12.mastisk ke sest rakhe ke haw ekdum vo bhi aage

Friday 27 October 2017

B12 की कमी के कारण सांस चढना

शरीर के लिये जरूरी पोषक तत्वों में से एक है विटामिन। उनमें से एक विटामिन बी-12 हमारे शरीर की कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। यह मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और नसों के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। हमारे शरीर में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण भी विटामिन बी-12 की सहायता से होता है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए विभिन्न तरह के प्रोटीन बनाने का काम करता है। माना जाता है कि इसकी कमी से पुरुषों में इन्फर्टिलिटी या यौन संबंधी दोष हो सकते हैं। विटामिन बी-12 की कमी के लक्षण शरीर में विटामिन बी-12 की कमी के लक्षणों में थकान और कमजोरी, त्वतचा में पीलापन, याद्दाश्त में कमी, वजन घटना, दिल की धड़कनें तेज होना और साँसों का चढ़ना शामिल है। लम्बे समय तक एनीमिया होने से व्यक्ति में विटामिन बी-12 की कमी हो सकती है। यह विटामिन मुख्य रूप से माँसाहारी उत्पादों में पाया जाता है इसलिये शाकाहारी लोगों में विटामिन बी-12 की कमी आम हो जाती है। विटामिन बी-12 की कमी से होने वाले नुकसान विटामिन बी-12 उन तत्वों में से है जो मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के सुचारू रूप से कार्य करने में सहायक होता है। इसकी कमी सेहत के लिए निश्चित रूप से बड़े स्तर पर नुकसानदेह साबित हो सकती है। शरीर में अगर विटामिन बी 12 की कमी हो जाए तो स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है। अचानक थकान महसूस होने लगती है। लोग डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। विटामिन बी 12 के स्रोत शरीर में विटामिन बी-12 की उचित मात्रा बनाये रखने के लिये दूध से बने उत्पादों जैसे दूध, मक्खन, दही, पनीर आदि का भरपूर मात्रा में सेवन करना चाहिये। माँसाहारी लोगों को मछली, मुर्गा और अंडे इत्यादि से विटामिन बी-12 की पूर्ति हो जाती है। हालांकि, विटामिन बी-12 का अत्यधिक सेवन शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ाता है। विटामिन बी-12 की कमी के कारण अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक एनीमिया अर्थात खून की कमी की समस्या रही हो या फिर उसने वजन घटाने और आंतों की सर्जरी कराई हो तो यह विटामिन बी-12 की कमी का कारण है। इसके अलावा माना यह भी जाता है कि जो लोग शाकाहारी हैं या जिन्हें मांस, मछली खाना पसंद नहीं हैं तो उन्हें भी विटामिन बी-12 की कमी झेलनी पड़ती है। और इसे भी विटामिन बी-12 की कमी का कारण माना गया है। विटामिन बी12 के फायदे 1. अगर शरीर में विटामिन बी12 हो तो तंत्रिका तंत्र (Nervous system), अवसाद (Depression), तनाव (Stress) और मस्तिष्क संकोचन (Brain shrinkage) को कम करने में मदद मिलेगी। 2. यह कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में परिवर्तित कर देता है। जिसकी वजह से शरीर को उर्जा मिलती है और बॉडी को थकान और सुस्ती से राहत मिलती है। 3. शरीर में विटामिन बी12 के स्रोत स्तन, पेट, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर बचाते हैं। 4. इसे अपने डाइट में शामिल करने से त्वचा, बाल और नाखून हमेशा स्वस्थ रहते है। 5. जिनका कोलेस्ट्रॉल का लेवल खराब है या उच्च रक्तचाप की समस्या है उन्हें भी अपने डाइट में विटामिन बी12 को शामिल करना चाहिए। भारतीयों में विटामिन बी12 की कमी शरीर की तंत्रिका तंत्र सही तरह से कार्य करे इसके लिए विटामिन की जरूरत होती है। लेकिन हाल ही में एक अध्ययन से पता चला है कि 10 से 7 भारतीयों में विटामिन की कमी देखी गई है। इनमें से विटामिन बी12 की कमी की संख्या बहुत ही ज्यादा है। आपको बता दें कि विटामिन बी12 मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के कार्यों को नियंत्रित करता है। ऐसा देखा गया है कि जो लोग पूरी तरह से शाकाहारी हैं, वह विटामिन बी12 की कमी के शिकार होते हैं। क्योंकि ज्यादातर विटामिन बी12 के स्रोत्र मीट, मछली और अंड़े में होते हैं। इसके अलावा दूध से बनी चीजें भी विटामिन बी12 के स्रोत है।

Friday 6 October 2017

Vitamin b12 facebook

● मानव अपने जीवन में हमेशा यह प्रयास करता है की वह पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन करे, आम तौर पर वह ये अपेक्षा भी करता है कि उसके खान-पान में संतुलन बना रहे जिससे उससे शरीर को कोई भी नकारात्मक अनुभव या बीमारी का सामना न करना पड़े, फिर भी आज कल की जीवन शैली इतनी तीव्र और व्यस्त हो गई है कि मनुष्य के भोजन में कोई न कोई कमी रह ही जाती है, जिसे वह बेपरवाह होकर इग्नोर भी करता रहता है, कभी कभी ये कमियां कई छोटे-बड़े दुष्परिणामों के साथ लौटती हैं | इसी लिए हमें अपने खान पान और उसमें लिए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में पूर्ण जानकारी रखनी चाहिए तथा अपने भोजन को संतुलित बनाने के प्रयास करने चाहिए | वैसे तो सभी पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए आवश्यक हैं, मगर आज हम बात करेंगे विटामिन B12 की, जो कि ना सिर्फ जरुरी है, बल्कि इसकी कमी हमारे शरीर के लिए अत्यंत हानिकारक हो सकती है| 》आइये सबसे पहले ये जानते हैं कि आखिर विटामिन B12 होता क्या है :- Q:- क्या होता है विटामिन B12 ? विटामिन B12 एक कार्बनिक यौगिक है। कार्बन के रासायनिक यौगिकों को कार्बनिक यौगिक कहते हैं। प्रकृति में इनकी संख्या 10 लाख से भी अधिक है। विटामिन बी 12 को cobalamin कहा जाता है, यह मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्रकी के सामान्य कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ,यह कई महत्वपूर्ण शरीर की प्रक्रियाओं के सुचारू संचालन के लिए जिम्मेदार है, यह एक पानी में घुलनशील विटामिन है , और रक्त के गठन के लिए आवश्यक है । यह विटामिन सबसे अधिक संरचनात्मक रूप से जटिल विटामिन है और केवल बैक्टीरियल किण्वन संश्लेषण के माध्यम से औद्योगिक रूप से उत्पादित किया जा सकता है। Q:- क्या करता है विटामिन B12 ? 1. विटमिन बी-12 हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। 2. यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और नर्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायता है। 3. शरीर में RBC का निर्माण भी इसी से होता है। 4. शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। 5. इस विटामिन का अवशोषण हमारी आंतों में होता है। 6. आँतों में मौजूद लैक्टो बैसिलस, बी-12 के अवशोषण में सहायक होते हैं। 7. यह लिवर में जाकर संग्रहीत होता है। उसके बाद शरीर के जिन हिस्सों को इसकी जरूरत होती है, लिवर द्वारा इसे वहां भेजा जाता है। 》 आइये जानते हैं कि विटामिन B12 के फायदे क्या क्या हैं :- 1. विटामिन बी 12 प्रतिरक्षा बढ़ाने में अपनी भूमिका के लिए जाना जाता है। 2. विटमिन बी-12 हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। 3. यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और नर्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है। 4. हमारी लाल रक्त कोशिशओं का निर्माण भी इसी से होता है। 5. यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। 6. यह तंत्रिका तंत्र का स्वस्थ विनियमन को कम करने में मदद करता है। 7. यह एक स्वस्थ पाचन प्रणाली को बनाए रखने में मदद करता है । 8. विटामिन बी 12 अस्वास्थ्यकर कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार, स्ट्रोक , और उच्च रक्तचाप के व हृदय रोग भी रोकने में सहायता करता है। 9. यह स्वस्थ त्वचा , बाल और नाखून के लिए आवश्यक है । 10. यह सेल प्रजनन और त्वचा का लगातार नवीकरण में मदद करता है। 11. विटामिन बी 12 स्तन , पेट , फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर सहित कैंसर के विरुद्ध कार्य करता है 12. विटामिन बी 12 की लाल रक्त कोशिकाओं ( आरबीसी ) के उत्पादन के लिए आवश्यक है, अत: इसकी कमी कमजोरी और थकान का कारण बनती है । 13. कई अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन बी 12 की पूरकता थकान और थकान से निपटने के लिए संभावित उपचार के रूप में इस्तेमाल की जा सकती है| 14. अवसाद, तनाव, और मस्तिष्क संकोचन में मदद करता है। अन्य फायदे- विटामिन B12 कुछ अन्य विषयों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जैसे :- 》 सेक्स सम्बन्धी फायदे :- 1. वैज्ञानिकों ने माना है कि अन्य आवश्यक विटामिन बी के साथ-साथ विटामिन बी 12, प्रजनन क्षमता को सक्षम करने के लिए तथा सेक्स हार्मोन को नियंत्रित करके सेक्स ड्राइव को बढ़ावा देने का काम करता है । 2. यह सेक्स के दौरान ऊर्जावान बनाये रखता है और जल्दी थकने नहीं देता | 3. विटामिन बी 12 अपने प्रजनन प्रणाली के कामकाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | 4. विटामिन बी 12 न केवल सेक्स ड्राइव और ऊर्जा को बढ़ाता है बल्कि यह स्त्रियों में प्रजनन क्षमता को भी बढ़ावा देता है विटामिन B12 बॉडी बिल्डिंग के लिए :- 1. विटामिन बी 12 प्रोटीन और वसा के निर्माण व metabolizing में सहायता करता है। 2. एक बॉडी बिल्डर के रूप में, आप की मांशपेशियों की मरम्मत और ऊर्जा के स्रोत के रूप में वसा का निर्माण करता है 3. बी -12 उन मांसपेशियों को ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए जरूरी हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है। 4. यह पोषक तत्व मांसपेशियों पर नियंत्रण के लिए आवश्यक है । विटामिन B12 बालों के लिए: - 1. विटामिन बी 12 तंत्रिका तंत्र और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के साथ साथ हमारे बालों को भी प्रभावित करता है | 2. विटामिन बी 12 हमारे बालों के रोम सहित शरीर की सभी कोशिकाओं को पोषण प्रदान करता है । 3. विटामिन बी 12 बालों के विकास के लिए आवश्यक है, 4. जो लोग अक्सर समय से पहले बालों के झड़ने से पीड़ित होते हैं, उनके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी है । 5. यदि आप आहार में विटामिन बी 12 का अपर्याप्त उपभोग करते हैं, तो आप बालों के झड़ने, या धीमी गति से बालों के विकास का अनुभव करते हैं । 6. विटामिन B12 की पूरकता बालों को लम्बा व घना बनाती है | 》 विटामिन B12 का उपयोग कहाँ कहाँ हो सकता हैं :- 1. विटामिन बी 12 , साइनाइड विषाक्तता, और ट्रांसकोबलमीन की वंशानुगत कमी के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है । 2. यह सांघातिक अरक्तता का पता लगाने के लिए शिलिंग परीक्षण के हिस्से के रूप में दिया जाता है 3. विटामिन बी 12 अक्सर एक विटामिन बी कॉम्प्लेक्स तैयार करने में अन्य विटामिन बी के साथ संयोजन में इस्तेमाल किया जाता है । 4. विटामिन बी 12 डीएनए संश्लेषण में महत्वपूर्ण है। 5. विटामिन बी 12 के भोजन में प्रोटीन के लिए जरूरी है । 》विटामिन B12 के स्रोत , आइये जानते हैं कि यह पोषक तत्व हमें किसके द्वारा प्राप्त होता है :- 1-मानव शरीर को प्रतिदिन औसतन 2.4 माइक्रोग्राम विटमिन बी-12 की जरूरत होती है, जो शाकाहारी लोगों को सामान्यत: 2 ग्लास दूध, 2 कटोरी दही, 100 ग्राम पनीर के अलावा खाने में 45 मल्टीग्रेन आटे से बनी रोटियां, 45 मल्टीग्रेन ब्रेड, ओट्स और बिस्किट के सेवन से मिल जाता है। 2-विटामिन बी 12 आमतौर पर मछली, शंख , मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों के रूप में खाद्य पदार्थों की एक किस्म में पाया जाता है | 3-मांसाहारी पदार्थों में तो विटामिन बी 12 की भरपूर मात्रा होती है, लेकिन शाकाहारी लोगों को विशेष रूप से अपने भोजन पर ध्यान देना होता है| 4-विटामिन बी 12 के कुछ मुख्य स्रोत हैं:- जिनमें दूध, दही, पनीर, चीज, मक्खन, सोया मिल्क आदि महत्वपूर्ण हैं। 5-इसके अतिरिक्त धरती के अंदर उगने वाली सब्जियों जैसे आलू, गाजर, मूली, शलजम, चुकंदर आदि में भी विटामिन बी 12 पाया जाता है। 6-नॉन वेजिटेरियन लोगों को अंडा, मछली, रेड मीट, चिकन आदि से विटमिन बी 12 भरपूर मात्रा में मिलता तो है, परंतु इसके अत्यधिक सेवन से बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जो हानिकारक है| 7-यदि 1 Kg आटे में 100 ग्राम वे प्रोटीन पाउडर मिला दिया जाए तो इससे विटमिन बी-12 का पोषण मिल जाता है | 8- भोजन में भले ही बी12 होने का दावा किया जाये, किन्तु अधिक पकाने से भोजन में बी12 नष्ट हो जाता है। 9- प्राकृतिक स्रोतों के अतिरिक्त हम इसकी आपूर्ति पूरक स्रोतों, जैसे विटामिन की गोलियों द्वारा भी कर सकते हैं। 10-पूरक स्रोतों में पाया जाने वाला विटामिन बी12 प्रयोगशाला में संश्लेषित होता है। इसमें किसी पशु-उत्पाद का प्रयोग नहीं होता है। 11-पश्चिमी देशों में प्रचलित पैकेटबंद शाकाहारी भोजन (फ़ोर्टिफ़ाइड सेरियल) और चिक्की/पट्टी (ग्रेनोला बार) बी12 सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है। 》 8विटामिन B12 की कमी से होने वाले कुछ नुकसान भी हैं , जैसे 1- विटामिन बी 12 अपनी कोशिकाओं के डीएनए synthesizing के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसलिए विटामिन बी 12 के निम्न स्तर के साथ , डीएनए दोष हो सकता है। डीएनए में दोष जन्म दोष के रूप में व्यक्त किया जाता है 2-अध्ययन बताते हैं कि न्यूरल ट्यूब दोष (NTD) और बच्चों में डाउन सिंड्रोम का खतरा , विटामिन बी 12 की कमी से उत्पन्न होता है । 3-इसकी कमी से ऊर्जा उत्पादन में कमी और शरीर में थकान और सुस्ती का अनुभव होता है | 4-यह शरीर में कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में बदलने के लिए आवश्यक है । 5-सख्त शाकाहारियों , भारी पीने और धूम्रपान करने वालों , गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और बुजुर्गों को आम तौर पर विटामिन बी 12 की खुराक की आवश्यकता होती है । 6-लम्बे समय तक विटामिन बी12 की कमी रहने पर मस्तिष्क सम्बन्धी गतिविधियाँ और रक्त निर्माण जैसी प्रक्रियाओं पर असर पड़ता है और चिकित्सकों की सलाह से सुइयों या नासिका के द्वारा विटामिन बी की पूरक मात्रा शरीर में पहुँचाई जा सकती है। 7-विटामिन बी-12 की कमी से नाडिय़ों की निष्क्रियता हो सकती है जो हाई ब्लड शूगर के कारण और ज्यादा बढ़ जाती है। कैसे पता करें कि शरीर में विटामिन B12 की कमी है या नहीं ? 》विटामिन B12 की कमी के ये हैं लक्षण :- 1- जब शरीर में विटामिन बी 12 की कमी होती है तो कब्ज की समस्या ज्यादा होती है। अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल" में प्रकाशित शोध में इस बात का दावा किया गया है। 2- जब शरीर में बी-12 की कमी होती है , तब लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में बाधा पैदा होती है जो शरीर की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन को पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। तब ये प्रमुख लक्षण हो सकते हैं:- 1. अत्यधिक थकान 2. मुंह तथा जीभ में दर्द 3. विकास में देरी 4. वजन कम होना 5. कब्ज 6. अवसाद 7. धुंधलापन 8. सांस का फूलना 9. हाथों तथा पैरों का ठंडा पडऩा 10. पीली त्वचा या जॉन्डिस 11.भूख न लगना, भ्रम तथा याद शक्ति का क्षरण 12. शरीर का संतुलन बनाए रखने में समस्या या बेहोश होने जैसी हालत 》विटामिन B12 की कमी का निदान :- 1-विटामिन बी-12 की कमी की जांच सीरम बी-12 टैस्ट द्वारा की जाती है और इसका इलाज कारण और कमी की गंभीरता को देखते हुए पिल्स और इंजेक्शन्स के माध्यम से किया जाता है। 2- जब भी आपको लगे कि कोई काम करने में आपको उलझन हो रही है या आपकी स्मरण शक्ति कमजोर हो रही है तो विटामिन बी-12 की कमी की जांच करवाएं। 3-विटामिन बी-12 जन्म संबंधी विकृतियों के विकास को रोकने के लिए एक केंद्रीय तत्व है इसलिए जो महिला गर्भ धारण की योजना बना रही है उसे इसकी कमी की जांच करवा लेनी चाहिए। यह फोलिक एसिड जितना ही महत्वपूर्ण है।

हिंदुस्तान b12 is best vitamin

क्या आपने हाल में विटामिन बी-12 के स्तर की जांच करवायी है? दिल्ली की एक 37 वर्षीय गृहिणी पिछले छह माह से अपने मूड में तेजी से आने वाले उतार-चढ़ाव से परेशान थीं। अंत में वे मनोचिकित्सक के पास गयीं। मनोचिकित्सक ने सबसे पहले हारमोन असंतुलन और पोषण की कमी को जानने के लिए ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह दी। विटामिन बी-12 की कमी को छोड़ कर पूरी ब्लड रिपोर्ट सामान्य रही। बी-12 का स्तर 70पीजी/ एमएल पाया गया, जबकि सामान्य स्तर 250 पीजी/ एमएल माना जाता है। मनोचिकित्सक ने उन्हें विटामिन बी-12 के 10 इंजेक्शन और 20 दिन तक नियमित विटामिन बी-12 की टेबलेट लेने को कहा। क्यों जरूरी है विटामिन बी-12 शरीर में विटामिन बी-12 की पर्याप्त मात्रा हमारे तंत्रिका तंत्र और रक्त कणिकाओं को सही तरीके से काम करने में मदद करती है। शरीर में डीएनए स्ट्रेंड्स के निर्माण के लिए भी इस विटामिन की जरूरत होती है। यदि शरीर में विटामिन बी-12 की मात्र का ध्यान न रखा जाए तो इससे तंत्रिका तंत्र को स्थायी नुकसान पहुंच सकता है। प्रसिद्ध मनोचिकित्सक संजय चुघ के अनुसार, ‘भारत में पुरुष व महिला दोनों में सामान्य रूप से विटामिन-12 की कमी देखने को मिलती है। मेरे पास आने वाले मरीजों को सबसे पहले मैं विटामिन बी-12 की जांच कराने की सलाह देता हूं। कई बार विटामिन बी-12 की कमी पाए जाने पर सामान्य बी-12 सप्लीमेंट्स लेने से ही मूड के उतार-चढ़ाव व रोने की समस्या का हल हो जाता है। शरीर में विटामिन बी-12 की काफी कमी होने पर इंजेक्शन लगाए जाते हैं। हमारे यहां विटामिन बी-12 की कमी के मामले अधिक हैं, जिसका कारण बड़ी संख्या में लोगों का शाकाहारी होना है।’ विटामिन बी-12 पानी में घुलनशील है। यह मुख्यत: मीट, मछली, दूध व उसके उत्पादों और वेजिटेरियन फोर्टिफाइड फूड में पाया जाता है। पर शाकाहारी उत्पादों में पाए जाने वाले विटामिन बी-12 की तुलना में गैर शाकाहारी उत्पादों जैसे सालमन और लिवर वसा में यह अधिक होता है। शाकाहारी फोर्टिफाइड चीजें जैसे सोया और ओट्स भारत में कम खाई जाती हैं। यही वजह है कि शाकाहारी लोगों को विटामिन बी-12 से युक्त चीजों को खाने की सलाह दी जाती है। विटामिन बी-12 के लक्षण मुख्यत: त्वचा का पीलापन, सांस लेने में बाधा, नसों में दर्द, कमजोरी, वजन की समस्या, दृष्टिदोष आदि के साथ डिप्रेशन, हिंसक व्यवहार, व्यक्तित्व में बदलाव और हेल्यूसिनेशन जैसी मानसिक समस्याओं के रूप में दिखता है। हाथ और पैर में लगातार सनसनाहट रहती है। चुनौती क्यों? हमारा शरीर पेट में विभिन्न एसिड और एंजाइम की मदद से भोजन में मौजूद विटामिन बी-12 को प्रोटीन से अलग करता है। 50 की उम्र के बाद से शरीर में इन एसिड का उत्पादन घटना शुरू हो जाता है, जिसकी पूर्ति के लिए डॉक्टर सप्लीमेंट्स लेने की सलाह देते हैं।

Thursday 5 October 2017

How to grow my hair

गरिमा शर्मा अगर आपको भी दाढ़ी मूंछकर रखकर कुछ डिफरेंट स्टाइल कैरी करना है और आपकी फेशल हेयर की ग्रोथ कम है, तो एक्सपर्ट्स के बताए इन टिप्स को अपना सकते हैं... हाल ही में कई मूवीज में ऐक्टर्स को दाढ़ी मूंछों में दिखाया गया है। वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा में जहां अक्षय कुमार मूंछों में दिखें, तो इमरान खान भी मूंछों और हल्की दाढ़ी में नजर आए। अजय देवगन भी हिम्मतवाला में मूंछों में नजर आए थे। इनके अलावा रणवीर सिंह रामलीला में बड़ी बड़ी मूंछों में नजर आएंगे। ऐसे में बॉयज भी दाढ़ी मूंछ के साथ कुछ डिफरेंट स्टाइल कैरी करने के लिए क्रेजी हो रहे हैं लेकिन प्रॉब्लम उन बॉयज को है जिनके फेशियल हेयर की ग्रोथ कम है। ऐसे में हमने एक्सपर्ट्स से बात कर यह जाना कि किस तरह से इन्हें बढ़ाया जा सकता है। इस बारे में एक प्राइवेट हेयर क्लिनिक से जुड़े डॉ. एस़ सरीन का कहना है, 'बहुत पहले से ही दाढ़ी और मूंछें रखना पुरुषों को पसंद है। यहां तक कि कई लेडीज को तो जेंट्स इसी लुक में पसंद हैं। ऐसे में जिन बॉयज के फेशल हेयर की ग्रोथ कम है, वह कई तरीकों से इसे बढ़ा सकते हैं। वह विटामिन ए, बी, सी और ई से रिच डाइट लें। इनका हेयर ग्रोथ में बहुत अहम रोल है।' एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपको अपनी डाइट में विटामिन बी अच्छी मात्रा में लेना चाहिए। बी1, बी6 और बी 12 शामिल करना बेहद जरूरी है। यह आपको फिश, सी फूड, एग, ग्रेन्स, दूध, दही, बीन्स, मीट्स और ग्रीन वेजिटेबल में अच्छी मात्रा में मिलेगा। इन्हें आजमा कर देखो आप फेस की रेग्युलर टाइम पीरियड पर मसाज करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और नई हेयर ग्रोथ को भी यह सपोर्ट करता है। अपनी डाइट में प्रोटीन का अमाउंट ज्यादा लें। आप मीट, फिश, एग और नट्स से प्रोटीन भरपूर मात्रा में प्राप्त कर सकते हैं। इसका असर आपको बहुत जल्द ही चेहरे पर दिखने भी लगेगा। पानी के बिना यहां भी काम नहीं चलेगा। आपको रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके साथ ही स्ट्रेस को अपनी लाइफ से दूर भगाएं। इससे आपके मेंटल ग्रोथ पर भी असर पड़ता है। स्ट्रेट कम करने के लिए आप योगा भी कर सकते हैं। इसका आपको पॉजिटिव असर नजर आएगा और हेयर ग्रोथ में इन्डायरेक्टली यह हेल्पफुल होगा। आप अपनी स्किन को क्लीन रखें। सुबह और शाम क्लींजर से कलीन करें। हफ्ते में एक बार स्किन को एक्सफोलिएट जरूर करें। इससे स्किन के डेड सेल्स निकल जाएंगे। नेचरल उपाय आप सरसों की पत्तियों का पेस्ट बना लें। इसमें आंवला की कुछ बूंदें मिलाएं। इसे उन एरियाज पर लगाएं जहां आप बालों की ग्रोथ चाहते हैं। इसे 15 से 20 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें। इसके बाद ठंडे पानी से इस पेस्ट को धोएं। ध्यान रहें कि इसके लिए गुनगुने या गर्म पानी का यूज इस मौसम में न करें। सिर्फ ठंडे पानी से इसे धोएं। यह प्रोसेस आप हफ्ते में तीन बार जरूर अप्लाई करें। धीरे-धीरे आपको फर्क महसूस होने लगेगा। ये नहीं करना अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो आपका घनी दाढ़ी और मूंछों का सपना पूरा होना मुश्किल हो सकता है। इसका असर आपकी फेशल ग्रोथ पर भी पड़ता है। डॉक्टर बताते हैं कि सिगेरट में मौजूद निकोटिन बॉडी को न्यूट्राइंट्स अब्जॉर्ब करने से रोकता है और ब्लड सर्कुलेशन को भी कम कर देता है। सीनियर कंसलटेंट डॉ़ उदय बताते हैं कि स्मोकिंग से हेयर लॉस होता है। इसे बिल्कुल अवॉइड करें। इसके अलावा आपको स्वीट्स और फास्ट फूड भी कम लेना चाहिए। इनकी बजाय फ्रूट्स, दूध, दही, नट्स और सोया प्रॉडक्ट्स और बॉडी को हाइड्रेट करने वाले ड्रिंक्स लें। इससे फायदा होगा।

Sunday 1 October 2017

Vitamin b12 punjab

विटामिन बी 12 की कमी के कारण : शरीर को बेहतर रूप से चलाने के लिए मिनरल्स,प्रोटीन,कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्स और फाइबर की जरूरत पड़ती है। एक एेसा विटामिन जो शरीर को चलाने के लिए बेहद जरूरी हो लेकिन डाइट से वो शरीर को न मिले तो उस विटामिन की कमी से शरीर पर कई बुरे प्रभाव पड़ते हैं। एेसे ही विटामिन B12 निरोगी जीवन की सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण कुंजी है। यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का काम ही नहीं करता, बल्कि शरीर के हर हिस्से की न‌र्व्स को प्रोटीन देने का काम भी करता है। इसकी कमी होने से शरीर इस तरह के संकेत देता है। आइए जानें.. 1. त्वचा का पीला पड़ना जब शरीर में विटामिन B12 की कमी होती है तो शरीर मजबूत सेल्स को बनाने की शक्ति खो देता है।जिससे स्किन पीली पड़नी शुरू हो जाती है और यह विटामिन बी 12 की कमी का एक निश्चित संकेत है। 2. याद्दाशत का कमजोर होना विटामिन B12 की कमी से व्यक्ति की याद्दाशत कमजोर होनी शुरू हो जाती है। खासकर युवा-पीड़ी में जिन लोगों को इसकी कमी होती हैं वे पागलपन तक का शिकार हो जाते हैं। 3. आंखों का थका होना जब खून में विटामिन B12 की कमी हो जाती है तो खून में आॅक्सीजन की कमी होनी भी शुरू हो जाती है। जिससे व्यक्ति की आंखें तक नहीं खुलती। 4. चक्कर आना चक्कर आना खून में ऑक्सीजन की कमी का एक और संकेत है। 5. हाथों-पैरों का सुन्न होना विटामिन बी 12 की कमी के कारण हाथ-पैर भी सुन्न होने शुरू हो जाते हैं। 6. स्वाद में बदलाव यदि आपको खाना खाने में टेस्टी नहीं लगता ते यह भी विटामिन बी 12 की कमी का कारण हो सकता है। 7.आंखों की रोशनी संबंधी समस्याएं यदि आपको देखने संबंधी कई तरह की परेशानियां आनी शुरू हो गई हैं जैसे कि दोहरा या धुंधला दिखाई देना तो समझो आपको विटामिन बी 12 की कमी के कारण नजर की समस्याएं हो रही हैं। विटामिन बी 12 के आहार स्रोत : विटामिन बी 12 की कमी को आप इन आहारों की मदद से घर पर ही पूरा कर सकते हैं। मांसाहारी भोजन : टर्की, मेमने, पोर्क, बीफ, चिकन, बकरी डेयरी: दही, कॉटेज पनीर, गाय का दूध, पनीर अंडे : इसका पीला भाग विटामिन बी12 की कमी पूरा करने के लिए बैस्ट है। शाकाहारी भोजन : नाश्ते में कुछ प्रकार का दलिया, पोषक खमीर, नारियल का दूध और इसके अन्य खाद्य उत्पाद जैसे कि ब्रेड में विटामिन बी12 की शक्ति होती है।

Thursday 28 September 2017

Blog lesson 1 for boys & girls

7 पाठ 7 किशोरों, वयस्कों और वृद्धों के लिए आहार आयोजन पाठ 7 किशोरों, वयस्कों और वृद्धों के लिए आहार आयोजन (Planning Diets for Adolescents, Adults and During Old Age) Audio किशोरावस्था तेजी से विकास और बढ़त की आयु है। यह अवस्था लगभग दस वर्ष तक रहती है। इस समूह में व्यकितयों के विकास की गति बहुत अधिक भिन्न हो सकती है। इसी आयु में, शरीर में, मन में कर्इ प्रकार के परिवर्तन होते हैं। लड़कियां 11 और 14 वर्ष की आयु के बीच और लड़के 13 और 16 वर्ष की आयु के बीच परिपक्वता को प्राप्त होते हैं। शरीर में पानी की मात्राा, शरीर के आयाम, और हडिडयों और वसा की दृषिट से लड़कों और लड़कियों में बहुत अधिक अन्तर होता है। यह स्वाभाविक ही है कि विकास की इस अवधि में पौषिटक आहार की आवश्यकता बहुत अधिक होती है। जिस व्यकित ने भी किशोरों को भोजन करते हुए देखा हो, वह यह बता सकते हैं कि इस आयु में कितनी भूख लगती है। यदि भोजन पर्याप्त मात्राा में उपलब्ध हो तो लड़के तो खाते ही चले जाते हैं। दुर्भाग्य की बात यह है कि यदि भोजन में पौष्टक तत्त्वों की पर्याप्त मात्राा न हो तो भी किशोर अपनी क्षुधा मिटाने के लिए उसे खा लेंगे लेकिन, उससे उन्हें वे पौषिटक तत्त्व नहीं मिलेंगे जो विकास के लिए आवश्यक हैं। इसी आयु में पौषिटक आहार पाने वाले और उससे वंचित किशोरों के बीच अन्तर स्पष्ट हो जाता है। सामान्यतया घटिया भोजन वह है, जिसमें न तो कैलारी की पर्याप्त मात्राा होती है और न कैलिशयम की। लेकिन किशोर लड़के में कैलिशयम की कमी स्पष्ट रूप से दिखायी नहीं पड़ती, क्योंकि, उसकी कमी के कारण उसका विकास उतना नहीं होता जितना होना चाहिए। इसके अतिरिक्त यदि भोजन में कैलिशयम की मात्राा पर्याप्त न हो तो बच्चा पर्याप्त भोजन भी नहीं कर पाता और इससे उसका विकास अवरूद्ध हो जाता है। कर्इ बार ऐसा भी होता है कि तेजी से बढ़ते हुए किशोर को समुचित कैलोरियां तो मिल जाती हैं लेकिन, कैलिशयम की कमी रहती है। उसके शरीर का ढांचा मजबूत नहीं बनता और उसकी चाल भी अनियमित हो जाती है। ऐसी अवस्था में इस आयु में टांगे टेढ़ी हो सकती हैं या पैर बिल्कुल चपटे हो जाते हैं। गुजरात के अभावग्रस्त क्षेत्राों में यह देखा गया है कि, जब किशोरावस्था के लड़कों को दोपहर में पौषिटक भोजन दिया गया तो उनके वजन में चार से छ: किलोग्राम तक की वृद्धि हुर्इ। लेकिन कम आयु के बच्चों में यह वृद्धि एक से दो किलोग्राम तक की थी। यदि भारतीयों का कद-काठ पशिचमी देशों के नागरिकों की तुलना में कम होता है तो उसका कारण मुख्य रूप से यह है कि किशोरावस्था में भारतीयों के विकास की दर कम हो जाती है। पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकताएं (Nutritional Needs) किशोरों को जिन पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकता है, उनका ब्यौरा नीचे दिया गया है और उसे सारिणी 1 में सारिणीबद्ध किया गया है। किशोरावस्था में लड़कों की तुलना में लड़कियों का विकास पहले होता है इसलिए 13 से 15 वर्ष की आयु की लड़कियों के लिए 16 से 18 वर्ष तक के लड़कों के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। किशोर लड़कियों और लड़कों के लिए आवश्यकता ऊर्जा में अन्तर का एक कारण यह है कि लड़कियों में चयापचय की दर (मैटाबालिक रेट) लड़कों की तुलना में कम होती है। 13 से 15 वर्ष के लड़कों को प्रतिदिन 2450 कैलरी की आवश्यकता पड़ी है और 16 से 18 वर्ष की आयु के बीच 2640 कैलरी प्रतिदिन। लड़कियों को 13 से 18 वर्ष की आयु के बीच प्रति दिन 2060 कैलरी की आवश्यकता होती है। प्रोटीन की आवश्यकता लड़कों को लड़कियों की अपेक्षा अधिक होती है, क्योंकि उनका कद-काठ अधिक होता है। विकास की अवधि के बाद लड़कों के शरीर का आकार और परिमाण लड़कियों की तुलना में डेढ़ गुना होता है। लड़कियों के शरीर में वसा अधिक होती है। लड़कों को 13 से 15 वर्ष की आयु में प्रतिदिन 70 ग्राम और 16 से 18 वर्ष के बीच 78 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। उनकी तुलना में लड़कियों को 13 से 15 वर्ष की आयु के बीच प्रति दिन 65 ग्राम और 16 से 18 वर्ष की आयु में 63 ग्राम प्रोटीन की प्रति दिन आवश्यकता होती है। हडिडयों का आकार बढ़ जाता है और उनमें खनिज पदाथो± की आवश्यकता कद-काठ पूरा होने के बाद भी बनी रहती है, इसलिए विकास की अवधि में कैलिशयम की आवश्यकता अधिक होती है और उसके बाद कम हो जाती है। यह बात लड़कों और लड़कियों, दोनों पर लागू होती है। दोनों को 13 से 18 वर्ष के बीच 600 मि.ग्राम कैलिशयम प्रति दिन मिलना चाहिए। लौह तत्व : रक्त के परिमाण में लगातार होने वाली वृद्धि के कारण लौह की आवश्यकता शैशवावस्था की तुलना में किशोरावस्था में अधिक होती है। किशोर लड़कों को 13 से 18 वर्ष की आयु के बीच प्रतिदिन लगभग 41-50 मिलिग्राम लौह की आवश्यकता होती है। और लड़कियों को 28-30 मि. ग्राम की आवश्यकता होती है। विटामिन ए की आवश्यकता और अधिक बढ़ जाती है। 13 से 18 वर्ष की आयु के बीच लड़कों और लड़कियों, दोनों को प्रति दिन 600 माइकोग्राम रैटीनोल की आवश्यकता होती है। भोजन में बढ़ी हुर्इ कैलरियों के अनुरूप थायमीन, रिबोप्लाविन और निकोटीनिक एसिड की आवश्यकताओं का सुझाव दिया जाता है। लड़कों को इन विटामिनों की अधिक आवश्यकता होती है क्योंकि उन्हें ऊर्जा की अधिक आवश्यकता पड़ती है। विटामिन सी की आवश्यकता उतनी ही रहती है जितनी कि बचपन में होती है, अर्थात 40 मिलिग्राम प्रति दिन। सभी आयु के किशोरों के लिए भोजन में विटामिन डी की मात्राा 200 अन्तर्राष्ट्रीय इकार्इ निर्धारित की गर्इ है। इस कारण फोलिक एसिड की आवश्यकता सौ माइक्रोग्राम है। यह सिफारिश इस कारण की गर्इ है कि भोजन में जो फौलेट होते हैं उनके Ðास की प्रवृत्ति रहती है। विटामिन B12 केवल मांस में मिलता है और भारत में अधिकतर लोग शाकाहारी है इसलिए, यह सिफारिश की गर्इ है कि भोजन में कम से कम एक मिलिग्राम विटामिन B12 प्रति दिन होना चाहिए। इसका कारण यह है कि खाना पकाने में यह विटामिन किसी हद तक नष्ट हो जाता है और फिर यह भी निशिचत नहीं है कि भोजन में मिलने वाला यह विटामिन किस हद तक शरीर का अंग बन सकता है। ऐसा विश्वास है कि विटामिन B6 की आवश्यकता इस बात पर निर्भर करती है कि प्रोटीन कितनी मात्राा में ली जा रही है। किशोरों को प्रति दिन दो मिलिग्राम विटामिन B6 की आवश्यकता हाती है। पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकताएं (Factors to be considered while Planning Diets) 1. योजनाबद्ध भोजन का संतुलन इस प्रकार करना चाहिए कि कैलिशयम अधिक हो। उसके लिए यदि संभव हो तो दूध की मात्राा बढ.ा दी जाए। जो किशोर कम आय वर्ग के हों उनके भोजन में अधिक कैलिशयम वाले खाध पदार्थ होने चाहिए, जैसे भुना हुआ अनाज, दूसरे अनाज, दालें और पत्तेदार हरी सबिजयां। उनके भोजन में ऊर्जा देने वाले तत्त्वों को भी शामिल करना चाहिए। लड़कियों में अनीमिया की प्रवृति होती है, क्योंकि उनकी लौह की आवश्यकताएं बढ़ जाती हैं। उन्हें पूरा करने के लिए पत्तों वाली हरी सबिजयां, अनाज और दालें, और यदि सम्भव हो, अण्डे, मांस, कलेजी और मछली उनके भोजन में शामिल की जानी चाहिए। 2. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि व्यकित को कौन-सा व्यंजन पसन्द है। उसके भोजन के साथ-साथ चाय और काफी भी होनी चाहिए। 3. इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि परिवार की सामाजिक-आर्थिक सिथति कैसी है। यह संभव है कि गरीब परिवार का किशोर अपने अमीर समवयस्कों की नकल करके अधिक महंगी वस्तुएं खाना चाहे। इसलिए उन्हें सस्ते लेकिन पौषिटक और आकर्षक पदार्थ खाने के लिए देने चाहिए। 4. भोजन नाना प्रकार के रंग और स्वाद वाला होना चाहिए। किशोर, विशेषकर लड़कियां घर पर खाने के मामले में तनिक नकचढ़ी होती हैं। यदि उन्हें आकर्षक प्रकार का भोजन दिया जाए तो वे घर पर भरपूर भोजन कर पाएंगी। 5. यदि उन्हें स्कूल साथ ले जाने के लिए खाना दिया जाए तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उसमें पौषिटक तत्त्व हों और वह संतुलित भोजन हो, विशेषकर उस दशा में जब दोपहर का पूरा खाना उन्हें दिया जा रहा हो। 6. मौसम के अनुसार ठण्डे पेय या चाय काफी भी देनी चाहिए जिससे कि उनका भोजन अधिक रुचिकर हो। 7. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भोजन संतोषप्रद हो। यह बात लड़कों पर अधिक लागू होती है। यदि खाने से उनका पेट न भरे तो उन्हें सलाद अधिक मात्राा में दी जा सकती है। 8. किशोरों में अल्पाहार लेने की प्रवृत्ति होती है। यह ध्यान रखना आवश्यक है कि ऐसे अल्पाहार केवल ऊर्जा के स्रोत न हों, अपितु अन्य पौषिटक तत्त्व भी प्रदान करें। 9. भोजन सुखद वातावरण में खाना चाहिए। 16 वर्ष की किशोरी के लिए एक दिन की आहार तालिका दैनिक पौषिटक आवश्यकता ऊर्जा 2060 कैलरी प्रोटीन 63 ग्रा. कैलिशयम 500 मि.ग्रा. लौह 30 मि.ग्रा. वयस्क (Adults) वयस्कता व्यकित के जीवन में ऐसी सिथर अवस्था होती है जब, शरीर का पूर्णरूपेण विकास हो चुका होता है। इस आयु में शरीर के विकास या बहुत अधिक परिश्रम के लिए पौषिटक तत्त्वों की बहुत अधिक आवश्यकता नहीं होती। उनकी आवश्यकता इस कारण होती है कि, शरीर की क्रियाएं बनी रहें। वयस्कों में उतनी ही ऊर्जा की आवश्यकता होती है जिससे उनका सामान्य कार्यकलाप जारी रहे। इस आयु में व्यकित निर्माण कार्य में लगता है, अर्थात अपने निर्वाह के लिए किसी काम में लग जाता है। इस कारण उसको पौषिटक आहार की आवश्यकता होती है, जिससे कि वह अपनी सामथ्र्य के अनुसार काम-काज करता रहे। अच्छे भोजन से वह परिश्रम कर सकता है और बुढ़ापे को, जहां तक हो सके, टाल सकता है। यदि जीवन के प्रारंभिक वर्षों में उसके भोजन में कुछ पौषिटक तत्त्वों का अभाव रहा हो और इस आयु में भी वह अभाव बना रहे, तो उसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। इसलिए उसे समुचित पौषिटक आहार मिलना चाहिए और इस बात पर भी बल देना चाहिए कि उसे ऐसी आदतें पड़ें कि उसका स्वास्थ्य बना रहे। वयस्कों की पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकता (Nutritional Needs of Adults) जैसा कि ऊपर कहा जा चुका है, पौषिटक आहार की आवश्यकता मुख्य रूप से इस कारण होती है कि, व्यकित अपने शरीर की क्रियाओं को बनाए रखे और अपना काम-काज करता रहे। दैनिक पौषिटक आवश्यकताएं वयस्कों के लिए अलग-अलग नहीं दी जा सकती। अत: भारतीय चिकित्सा अनुसंधान पारिषद ;प्ब्डत्द्ध ने प्रस्तावित पौषिटक आवश्यकताएं भारतीय पुरुष व भारतीय स्त्राी के लिए दी है। संदर्भ भारतीय पुरूष ष्एक ऐसा वयस्क पुरूष है जिसकी आयु 20-39 वर्ष है व वजन 60 कि.ग्रा. है।ष् यह वयस्क शारीरिक रूप से स्वस्थ व बीमारी से दूर है। यह प्रतिदिन अपने व्यवसाय में 8 घण्टे मध्यम श्रम का कार्य करता है। जब यह कार्य नहीं करता, तब 8 घण्टे सोता है, चार घण्टे उठने, घूमने के हल्के कार्य करता है व दो घण्टे घूमना, खेलना व अधिक श्रम वाले गृह कार्य करता है। प्ब्डत् के अनुसार ऐसे व्यकित की लम्बार्इ 163 से.मी. है। संदर्भ भारतीय महिला ष्ऐसी महिला है जो 20-39 वर्ष की है व वजन 50 कि.ग्रा. है। यह प्रतिदिन आठ घण्टे अपने घर के कार्य व व्यावसायिक कार्य करती है जो मध्यम श्रेणी के हैंं इसके अतिरिक्त यह आठ घण्टे सोती है, चार घण्टे घूमने, खेलने या अन्य अधिक श्रम के कार्य करती है।ष् प्ब्डत् ने ऐसी महिला की लम्बार्इ 151 से.मी. बतार्इ है। विभिन्न पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकताओं का ब्यौरा सारिणी-2 में दिया गया है। ऊर्जा : वयस्कों में ऊर्जा की आवश्यकता इस कारण होती है कि उनके शरीर की क्रियायें बनी रहें और वे अपना काम-काज करते रहें। लेकिन, उनके लिए भोजन की योजना बनाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे किस प्रकार के काम में लगे हैं और उस काम के लिए कितनी ऊर्जा की आवश्यकता है। वयस्कों के काम-काज सामान्यतया निम्न प्रकार के होते हैं : हल्का श्रम पुरुष दफ्तरों में काम करने वाले, वकील, डाक्टर, लेखापाल, अध्यापक और वास्तुकलाविदव। स्त्री दफ्तरों में काम करने वाली और वे गृहणियां जिनके पास घर का काम करने के लिए उपकरण या नौकर हों, अध्यापिकाएं और अन्य वृत्तिभोगी महिलाएं। मध्यम श्रम पुरुष हल्के उधोग में काम करने वाले अधिकतर पुरुष, निर्माण कार्य में लगे, जिनमें कठोर परिश्रम करने वाले शामिल नहीं हैं, खेतों में हल्का काम करने वाले और दुकानदार स्त्री हल्के उधोगों में काम करने वाली सित्रायां, गृहणियां जिनके घरों में काम-काज के लिए कोर्इ उपकरण या नौकर न हो, दुकानों में काम करने वाली सित्रायां कठोर परिश्रम पुरुष खेत मजदूर, दूसरे मजदूर, सैनिक, खानों और इस्पात कारखानों के मज़दूर, खिलाड़ी स्त्री खेतों में काम करने वाली सित्रायां, नर्तकियां और खिलाड़ी। शारीरिक श्रम और अन्य कार्यकलाप के अलावा, जिसका व्यकित के पेशे से कोर्इ सम्बन्ध न हो, व्यकितयों की ऊर्जा की आवश्यकताएं अन्य कर्इ बातों पर निर्भर करती है, जैसे कि उसका कद-काठ, आयु, जलवायु और लिंग। कोर्इ व्यकित कितनी ऊर्जा का व्यय करता है, वह इस बात पर निर्भर है कि जब वह काम नहीं कर रहा होता तो उसका चयापचय, अर्थात मैटाबोलिजम, कैसा होता है, उसे चलने-फिरने, खड़े रहने आदि में कितना श्रम करना पड़ता है; इसके साथ ही किसी व्यकित का शारीरिक कार्यकलाप इस बात से भी प्रभावित होता है कि उसके शरीर में वसा कितनी है। पुरुषों की तुलना में सित्रायों की ऊर्जा की आवश्यकता कम होती है क्योंकि, उनके शरीर में वसा की मात्राा अधिक होती है। वयस्कों की ऊर्जा की खपत आयु के साथ बदलती है, क्योंकि उनके शरीर का वजन और उसके गठन में परिवर्तन हो जाता है। यह परिवर्तन बुढ़ापे में अधिक दिखायी पड़ता है। इस बात को सभी स्वीकार करते हैं कि ऊष्ण प्रदेशों की तुलना में ठण्डे प्रदेशों में ऊर्जा की आवश्यकता अधिक होती है। प्रोटीन : एक साधारण वयस्क को अपने शरीर को बनाए रखने और कार्यकलाप में प्रयुक्त हुए प्रोटीन की कमी पूरी करने के लिए इस तत्त्व की आवश्यकता होती है। सामान्यतया शरीर के वजन के अनुसार प्रति किलोग्राम के पीछे एक ग्राम प्रोटीन प्रति दिन की आवश्यकता होती है। इस प्रकार औसत भारतीय पुरुष के लिए जिसका वजन 60 किलो हो, 60 ग्राम प्रोटीन प्रति दिन चाहिए होती है और औसत भारतीय स्त्राी के लिए, जिसका वजन 50 किलो हो, 50 ग्राम प्रोटीन प्रति दिन आवश्यक है। खनिज लवण : पुरुषों को प्रति दिन 400 मि.ग्रा. तक कैलिशयम मिलना चाहिए। जहां तक लौह का सम्बन्ध है पुरुषो के लिए 30 मिलिग्राम और सित्रायों के लिए 28 मिलिग्राम की आवश्यकता है, इस रक्तस्राव में लगभग दो मिलिग्राम लौह प्र्रतिदिन (मासिक धर्म के दौरान) स्त्राी के शरीर से निकल जाता है। इस कारण पुरुषों की तुलना में सित्रायों में रक्त की कमी का रोग अधिक होता है। विटामिन : सामान्य पुरुषों और सित्रायों के लिए विटामिन ए, एस्कोर्बिक एसिड, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 की आवश्यकता एक जैसी है। दूसरे शब्दों में रैटीनोल के रूप में 600 माइक्रो ग्राम विटामिन ए या बीटा-कैरोटीन के रूप में 2400 माइक्रो ग्राम प्रति दिन मिलना चाहिए। इसके अतिरिक्त 40 मिलिग्राम एस्कोर्बिक एसिड, सौ माइक्रो ग्राम फोलिक एसिड और एक माइक्रो ग्राम विटामिन ठ12 । जहां तक थियामिन, रिबोफ्लाविन और नियासिन का सम्बन्ध है, उनकी आवश्यकता ऊर्जा की आवश्यकता के अनुसार बदलती रहती है। पुरुषों को प्रति दिन 1ण्2 से 1ण्6 मिलिग्राम तक थियामिन प्रति दिन मिलना चाहिए और सित्रायों को 0ण्9 से 1ण्2 मिलिग्राम तक। पुरुषों को 1ण्4 से 1ण्9 मिलिग्राम तक रिबोफ्लाविन प्रति दिन मिलना चाहिए और सित्रायों को 1 मिलिग्राम से 1ण्5 मिलिग्राम तक। जहां तक विटामिन डी का सम्बन्ध है, उसकी 200 अन्तर्राष्ट्रीय इकाइयां प्रत्येक व्यकित को प्रति दिन मिलनी चाहिए, चाहे वह आयु के किसी भी वर्ग में आता हो। भोजन की योजना बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें : (Factors to be considered while Planning Diets) 1. भोजन की योजना इस प्रकार बनानी चाहिए कि उसमें पौषिटक तत्त्वों का संतुलन हो। इस बात पर बल देना आवश्यक है कि यह संतुलन प्रत्येक आहार में रहे। 2. यदि व्यकित दफ्तर जाता है तो पौषिटक, आकर्षक व आसानी से ले जाने वाले टिफिन की योजना बनानी चाहिए। 3. वसा के प्रयोग पर विशेष ध्यान देना चाहिए व ऐसी वसा का चयन करना चाहिए जिससे उच्च रक्तचाप व हृदय रोगों से बचा जा सके। 4. जिस व्यकित के लिए भोजन की योजना बनायी जा रही है, उसकी परम्पराओं, रीति-रिवाजों और धर्म के प्रति दृषिटकोण का ध्यान रखना चाहिए। 5. इस बात का ध्यान भी रखा जाए कि किस व्यकित को कौन-सा भोजन पसंद है। यदि उसे एक प्रकार का भोजन पसंद न हो तो दूूसरी प्रकार का भोजन दिया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी व्यकित को दूध अच्छा न लगता हो तो उसे दही, पनीर आदि दिया जा सकता है। 6. भोजन की योजना व्यकित की आय के अनुसार बनायी जानी चाहिए। यदि वह महंगे खाध पदार्थ न खरीद सकता हो, तो उनके स्थान पर सस्ते, परन्तु पौषिटक खाध पदार्थ रखे जा सकते हैं। 7. भोजन, रंग और स्वाद आदि की दृषिट से नाना प्रकार का होना चाहिए। 8. व्यकित को कितना समय उपलब्ध है और उसमें कितनी शकित है उसका भी ध्यान रखना आवश्यक है। यदि भोजन की व्यवस्था किसी ऐसे स्त्राी के लिए करनी हो जो काम-काजी महिला है, तो उस भोजन को पकाने में अधिक समय नहीं लगना चाहिए। 9. व्यंजनों की सूची मौसम के अनुसार बनानी चाहिए। वही सबिजयां और फल चुने जाएं, जो किसी मौसम में मिलते हैं। कारण यह है कि वे अधिक स्वाद वाले, पौषिटक, सस्ते और आसानी से उपलब्ध होते हैं। मौसम के अनुसार भोजन में पेय पदार्थ भी शामिल किए जा सकते हैं। 10. भोजन की योजना इस प्रकार बनायी जाए कि उसे खाकर उसकी क्षुधा संतुषिट हो। भोजन में कच्चे फल व सबिजयाें को समिमलित करना चाहिए। 11. भोजन सुखद वातावरण में किया जाना चाहिए। हल्का काम करने वाली (प्रबंधिका) के लिए दिन-भर आहार तालिका दैनिक पौषिटक आवश्यकता श्रम हल्का ऊर्जा 1875 कैलरी प्रोटीन 50 ग्राम लौह 30 मिलिग्राम कठोर परिश्रम करने वाली मजदूर महिला के लिए दिन भर की आहार तालिका दैनिक पौषिटक आवश्यकता श्रम भारी ऊर्जा 2925 कैलरी प्रोटीन 50 ग्राम लौह 30 मिलिग्राम वृद्धावस्था (Old Age) आयु के बढ़ने के साथ-साथ कर्इ शारीरिक परिवर्तन होते हैं और रोगों से लड़ने की शकित भी क्षीण हो जाती है। जिसके कारण पौषिटक आहार की आवश्यकता अधिक या कम हो सकती है। शरीर में पानी की मात्राा कम हो जाती है और वसा का प्रतिशत बढ़ जाता है। अनुमान है कि 80 वर्ष की आयु में मांस पेशियों की कोशिकाएं आधी रह जाती हैं। शरीर की सक्रिय कोशिकाओं की संख्या में कमी हो जाती है। इस प्रकार के परिवर्तन विशेष रूप से ऊतकों में दिखार्इ पड़ते हैंं मसितष्क, हडिडयों, हृदय, गुर्दे और ढांचे की मांस पेशियों में नए ऊत्तक उत्पन्न करने की शकित क्षीण हो जाती है। सक्रिय कोशिकाओं के स्थान पर वसा और मांस पेशियों को जोड़ने वाले ऊत्तक बन जाता है। आयु बढ़ने के साथ-साथ विभिन्न अंगों की सक्रिय कोशिकाओं की संख्या में कमी हो जाती है और अंगों की क्रियाशीलता घट जाती है। बहुधा वृद्धों में यह देखा गया है कि उनकी हडिडयों में खनिज तत्त्व समाप्त हो जाते हैं। इस दशा को ओस्टीयोपोरोसिस ;व्ेजवचवतवेपेद्ध की संज्ञा दी जाती है, और तब हडिडयां कुरकुरी हो जाती हैं तो हल्का-सा आघात लगने पर उनके टूट जाने की शंका बढ़ जाती है। वृद्धावस्था में स्वाद और गंध की अनुभूति उतनी तीव्र नहीं होती, जितनी कि युवावस्था में होती है और इस कारण भोजन का आनन्द कम हो जाता है। वृद्धों में बहुधा दंतक्षय पाया गया है उनके मसूढ़े भी ठीक से काम नहीं करते। परिणाम यह होता है वृद्ध नरम भोजन करते हैं और ऐसी वस्तुएं खाते हैं, जिनमें कार्बोहाइड्रेटस की मात्राा अधिक होती है। उस भोजन से उनके शरीर में कैलिशयम, प्रोटीन और विटामिन जैसे पौषिटक तत्त्व नहीं पहुंच पाते। लार कम आने लगता है और पाचन शकित घट जाती है। वृद्धों में बहुधा यह पाया गया है कि वे मांड को नहीं पचा सकते। अधिकतर वृद्धों में आमाशय में अम्ल स्त्रााव कम हो जाता है। आमाशय में विभिन्न प्रकार के पाचक रसों की मात्राा भी कम हो जाती है, जिनके आमाशय में अम्ल की कमी होती है उनका पेट तेजी से खाली हो जाता है। आमाशय और अंतडि़यों में निषिक्रयता आ जाती है और इस बात की अधिक संभावना रहती है कि कुछ प्रकार के भोजन से उनका पेट फूलने लगे। âदय की सक्रियता कम हो जाती है और उसके साथ ही पाचन शकित के क्षय से शरीर की पौषिटक तत्त्वों को अवशोषित करने की शकित का Ðास होने लगता है। पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकताएं (Nutritional Needs) पौषिटक तत्त्वों की आवश्यकताओं के आंकड़े सारिणी 5 में दिए गए हैं। 25 वर्ष की आयु के बाद चयापचय की सक्रियता प्रति दस वर्ष में दो प्रतिशत घट जाती है। यह Ðास उन व्यकितया में कम होता है जो स्वस्थ रहते हैं और कठोर परिश्रम करते रहते हैं। चयापचय की घटी हुर्इ दर और कार्यकलाप में कमी होने के कारण वृद्धों में ऊर्जा की आवश्यकता कम हो जाती हैं ऊर्जा की आवश्कयता का अनुमान लगाने के लिए भारत की चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने यह सिफारिश की है कि बढ़ती हुर्इ आयु के साथ-साथ ऊर्जा की आवश्यकता निम्न प्रकार से कम हो जाती है : आयु आवश्यकता में प्रतिशत कमी 20-30 वर्ष 0 40-49 वर्ष 5 50-59 वर्ष 10 60-69 वर्ष 20 70 वर्ष और उससे अधिक 30 जिन वृद्धों का वजन सामान्य हो, उनके लिए ऊर्जा (कैलोरी) का हिसाब इस प्रकार लगाना चाहिए कि उनका वजन वैसा ही बना रहे। उनके भोजन में इतनी कमी कर दी जानी चाहिए, जिससे कि यदि उनका वजन अधिक हो तो घट कर सामान्य हो जाए। 60 वर्ष के ऊपर वृद्ध पुरूष व स्त्राी की दैनिक ऊर्जा की आवश्यकता तालिका 4 में दी गर्इ है। तालिका-4 शारीरिक वजन के अनुसार वृद्ध स्त्राीपुरूष की दैनिक ऊर्जा की आवश्यकता शारीरिक वजन 60 वर्ष के ऊपर हल्का श्रम करने वाले वृद्ध (कि.ग्रा.) पुरुष महिला 40 — 1544 45 1664 1624 50 1768 1704 55 1872 1784 60 1976 1864 65 2072 1944 70 2176 2024 75 2280 — इस बात को देखते हुए कि वृद्धावस्था में भूख कम लगती है और पाचन शकित कम हो जाती है, वृद्धों के शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है। इस कारण इस बात की व्यवस्था करनी चाहिए कि शरीर में प्रोटीन की कमी न हो। दूध में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन और खनिज पदार्थ भी होते हैं, इस कारण दूध समुचित मात्राा में देना चाहिए। प्रतिदिन शरीर के वजन के हिसाब से एक किलोग्राम के पीछे 1ण्0 से 1ण्4 ग्राम तक प्रोटीन देनी चाहिए। वृद्धों के भोजन में कम से कम 50 ग्राम घी अथवा तेल रहना चाहिए, क्योंकि वह ऊर्जा का सकेंæति स्रोत है। कम से कम इस मात्राा का पचास प्रति शत शाक भाजी के तेलों के रूप में होना चाहिए, जिनमें आवश्यक वसा-अम्ल रहते हैं। वृद्धों में सामान्यतया कैलिशयम और लौह की कमी हो जाती है। इसका कारण यह है कि वयस्कों की तुलना में वृद्धों में इन तत्त्वों को पचाने की सामथ्र्य कम हो जाती है। कैलिशयम कम से कम आधा ग्राम प्रतिदिन और लौह 28 मिलिग्राम प्रतिदिन होना चाहिए। वृद्धों में रक्त का संचार अधिक नहीं होता और रक्त में लौह तत्वों की थोड़ी-सी कमी से भी उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। उसे रोकने के लिए लौह की मात्राा समुचित होनी चाहिए। वृद्धों में बहुधा कर्इ प्रकार के विटामिनों की थोड़ी कमी हो जाती है। इसलिए यह आवश्यक है कि उनके भोजन में सभी आवश्यक विटामिनों की समुचित मात्राा रहे। यदि उनके भोजन में सभी विटामिनों की समुचित मात्राा न हो तो उन्हें मल्टी विटामिन गोली प्रतिदिन देनी चाहिए जिससे कि विभिन्न विटामिन उनके शरीर में पहुंच जाएं। थायमीन, रिबोफ्लेविन और नियासिन की आवश्यकता ऊर्जा की आवश्यकता के अनुसार तय की जाती है। एस्कोर्बिक एसिड (विटामिन सी) प्रतिदिन 40 मिलिग्राम, फोलिक एसिड, विटामिन ठ12 और विटामिन ठ6 लगभग सौ माइक्रोग्राम, एक माइक्रोग्राम और दो मिलिग्राम देना चाहिए। यह आवश्यक है कि प्रति दिन विटामिन डी के 400 अन्तर्राष्ट्रीय इकार्इ दिए जाएं, जिससे शरीर में कैलिशयम अवशोषित होने लगेगा और हडिडयों की रक्षा की जा सकेगी। आमतौर पर इस बात को नहीं समझा जाता कि वृद्धों को जल तथा अन्य तरल पदार्थ समुचित मात्राा में देने चाहिए, जिससे कि वे प्रति दिन डेढ़ लीटर पेशाब करें। पानी के साथ-साथ छाछ, फलों का रस, सूप आदि देना चाहिए। इस बात की व्यवस्था करनी चाहिए कि वृद्धों को हरी शाक-भाजी और फल समुचित मात्राा में दिए जाएं जिससे कि उनके भोजन में रेशे की मात्राा समुचित रहे और उन्हें कब्ज न होने पाए। वृद्धावस्था में अंतडि़यां ऐसी हो जाती हैं कि पकी सबिजयों का रेशा और अनाज का चोकर भली-भांति पच नहीं पाता। भोजन की योजना बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें : (Factors to be considered while Planning Diets) वृद्धों के लिए भोजन की योजना बनाते समय निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए। (1) भोजन ऐसा हो कि यह पौषिटक तत्त्वों की दृषिट से संतुलित रहे। इस बात पर बल देना चाहिए कि प्रोटीन, कैलिशयम, विटामिन और रेशे की समुचित मात्राा रहे, क्योंकि अधिकतर वृद्धों में इन तत्त्वों की कमी हो जाती है। (2) वृद्धों के लिए भोजन को चबाने में कठिनार्इ हो सकती है इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भोजन नरम हो और उसमें सूप, दाल या दलिए जैसे तरल पदार्थ हों, जिन्हें निगलने में कठिनार्इ न हो। वृद्धों को सलाद कस करके दिया जा सकता है। भोजन पूरी तरह पका हुआ होना चाहिए। रोटी मोटी बनायी जा सकती है जिससे कि उसे चबाने में कष्ट न हो। अगर आवश्यकता हो तो रोटी को दूध या दाल में भिगो कर खाया जा सकता है। (3) कैलिशयम की आवश्यकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि हडिडयों में धीरे-धीरे खनिज लवण निकलने शुरू हो जाते हैं। (4) यदि एक समय में व्यकित पूरा आहार नहीं ले पाता है तब छोटे आहार कम समय अन्तराल में देने चाहिए। (5) इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिसके लिए भोजन की योजना बनायी जा रही है उसे कौन-सा व्यंजन पसन्द है। (6) कार्बोहाइड्रेटस की जो मात्राा भोजन में हो वह नरम होनी चाहिए, जिससे कि खाने वाले को कब्ज़ न हो। (7) मीठे पदार्थ कम कर देने चाहिए, क्योंकि उनसे भूख मारी जाती है और केवल कैलोरी ही मिलती है। (8) भोजन में कैलोरी की मात्राा इतनी होनी चाहिए कि शरीर का वजन न बढ़ने पाए। (9) यदि भूख कम लगती हो तो ऐसा भोजन होना चाहिए जिसकी मात्राा कम हो परन्तु जिसमें कैलोरियों की मात्राा पूरी रहे साथ ही भोजन को सुस्वाद बनाना चाहिए। वृद्धों को नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच और तीसरे प्रहर भी कुछ खाने के लिए दिया जा सकता है। (10) इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उनकी आर्थिक सिथति कैसी है। योजना आर्थिक सिथति के अनुरूप बनानी चाहिए। तालिका 6 वृद्धों के लिए कुछ प्रस्तावित व्यंजन सूची नाश्ता दोपहर का भोजन रात का भोजन आटे या सूजी का हलवा चपाती चपाती या चावल दूध दाल और पालक सब्जी या कढ़ी दही पपीता उपमा जिसमें मूंगफली हो चावल खिचड़ी केला अंकुरित चना दूध या दही गाजर की सब्जी टमाटर का सलाद चावल व मूंग दाल चपाती चावल का दलिया, दूध के साथ चने की दाल सांभर गाजर (कसी हुइ) गाजर पाव रोटी या टोस्ट सब्जी वाला पुलाव चावल अंडे की भुर्जी धनिए की चटनी अंडे की सब्जी दूध दही दही यदि भोजन के समय भूख कम हो तो दो समय के भोजन के बीच पौषिटक आहार दिया जा सकता है। दो व्यंजनों के बीच खाने के लिए दिए जाने वाले व्यंजनों का सुझाव: दूध और बिस्कुट/रस्क/टोस्ट लस्सी और फलों की चाट दही और केला कोर्नफलेक और दूध अंडे के सैंडविच टमाटर और पनीर के सैंडविच

Karnal b12

करनाल के वैज्ञानिकों ने ढूंढा बैक्टीरिया में विटामिन बी-12 Wednesday, June 14, 2017-9:51 AM नई दिल्ली/अंकुर शुक्ला। करनाल के वैज्ञानिकों ने मानव शरीर से प्राप्त नमूनों में से एक ऐसे बैक्टीरिया को ढूंढ़ निकाला है, जो विटामिन बी-12 की कमी को दूर करने में बेहद मददगार साबित हो सकता है। मोदी सरकार की सलाह- अगर स्वस्थ बच्चा चाहिए तो मांस4 और सेक्स से रहें दूर करनाल स्थित राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (एनडीआरआई) के शोधकर्ताओं ने मां के दूध और बच्चे के मल के नमूनों से लैक्टोबैसिलस प्लांटैरम नामक बैक्टीरिया के दो रूपों को अलग किया है, जो महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व विटामिन-बी12 की कमी दूर करने में उपयोगी हो सकते हैं। बैक्टीरिया के 59 रूपों का परीक्षण करने के बाद वैज्ञानिकों ने एक नई तकनीक की मदद से बैक्टीरिया के इन दोनों नए रूपों को नमूनों से अलग किया है। 50 प्रतिशत से अधिक आबादी है कमी से पीड़ित देश के विभिन्न आयु वर्ग की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी में विटामिन-बी12 की कमी पाई जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो यदि पूरक आहार अथवा अन्य खाद्य उत्पादों के रूप में बी12 उपलब्ध हो जाए तो इस स्थिति में तेजी से सुधार हो सकता है। अध्ययनकर्ताओं की टीम में शामिल डॉ. भारतभूषण के मुताबिक ये दोनों फूड ग्रेड बैक्टीरिया हैं, इनका उपयोग भोजन के घटक के रूप में किया जा सकता है। भूलकर भी न खाएं व्हाइट ब्रेड, आपकी सेहत के लिए हैं अनहेल्दी! मां के दूध के नमूने से अलग किए गए बी12 के स्रोत बैक्टीरिया शिशुओं के स्वस्थ पाचन प्रक्रिया के लिए स्तनपान जैसी सकारात्मक भूमिका को दर्शाते हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक भोजन में विटामिन के घटक के तौर पर इन सूक्ष्म बैक्टीरिया का उपयोग करना प्राकृ तिक और आर्थिक लिहाज से एक व्यावहारिक विकल्प बन सकता है। इनकी मदद से खाद्य उत्पादों में विटामिन बी-12 की मात्रा को बढ़ाकर कई खतरनाक बीमारियों से शरीर की रक्षा की जा सकती है। अध्ययनकर्ताओं के दल में डॉ. भारतभूषण के अलावा डॉ. सुधीर कुमार तोमर और डॉ. सुरजीत मंडल भी शामिल थे। लाल रक्त कोशिकाओं के गठन में भूमिका विटामिन-बी 12 मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के सामान्य क्रियाकलाप और लाल रक्त कोशिकाओं के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एंजाइम आधारित प्रतिक्रियाओं में भी एक प्रमुख घटक के तौर पर शामिल रहता है।

Wednesday 27 September 2017

नाखूनों की सेहत

चिकित्सा विज्ञान में नाखूनों की क्या भूमिका है? क्या नाखूनों के बदलते रंग व स्थिति से सेहत के बारे में जाना जा सकता है? विशेषज्ञों के अनुसार संक्रमण, त्वचा रोग, चोट लगना, सूजन व पोषण की कमी का असर नाखूनों पर भी देखा जा सकता है। इस संबंध में विस्तार से बता रही हैं पूनम महाजन नाखूनों से जुड़े चिकित्सा विज्ञान का इतिहास काफी पुराना है। पुरातन काल में जब बीमारी की जांच के लिए टेस्ट की सुविधा नहीं होती थी, तब हकीम और वैद्य सबसे पहले हाथ के नाखूनों के रंग से बीमारी की जांच करते थे। आयुर्वेद व होमियोपैथी में आज भी कुछ विशेषज्ञ स्वास्थ्य की जांच के समय नाखूनों के रंग को देखते हैं। विभिन्न शोधों में यह बात साबित हो चुकी है कि कई रोगों के पनपने के साथ-साथ नाखूनों का रंग अचानक बदलने लगता है। दिल्ली सरकार की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अमृत कलसी बताती हैं, ‘नाखून कैरटिन से बने होते हैं। यह एक तरह का पोषक तत्व है, जो बालों और त्वचा में होता है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी या बीमारी होने पर कैरटिन की सतह प्रभावित होने लगती है। साथ ही नाखून का रंग भी बदलने लगता है। यदि नेलपॉलिश का इस्तेमाल किए बिना भी नाखूनों का रंग तेजी से बदल रहा है तो यह शरीर में पनप रहे किसी रोग का संकेत हो सकता है।’ डॉ. कलसी आगे बताती हैं, ‘जिनके नाखूनों में दरारें होती हैं या नाखून टूटे हुए होते हैं, उनमें आमतौर पर विटामिन सी, फॉलिक एसिड व प्रोटीन की कमी देखने को मिलती है। सिरोसिस की स्थिति में भी ऐसा ही होता है। इसमें क्रेक के अलावा नाखूनों में गड्ढे भी पड़ जाते हैं। ऐसा जिंक की कमी के कारण होता है। अर्थराइटिस से पीड़ित लोगों के नाखूनों में धारियों के साथ-साथ उभार भी देखने को मिलता है।’ विशेषज्ञों के अनुसार जहां गर्मियों में नाखून तेजी से बढ़ते हैं, वहीं सर्दियों में यह रफ्तार धीमी हो जाती है। डॉ. कलसी का कहना है, ‘तनाव व अवसाद से पीड़ित व्यक्तियों में नाखून बढ़ने की गति धीमी हो जाती है। दरअसल अधिक तनाव की वजह से हीमोग्लोबिन प्रभावित होता है।’ स्किन एंड स्माइल सेंटर के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ़ सचिन धवन कहते हैं, ‘यह जरूरी नहीं कि नाखून का बदलता रंग सभी व्यक्तियों में एक ही तरह की बीमारी का संकेत हो। कई बार नाखूनों का रंग, उन पर पड़ी धारियां, नाखूनों का मोटा-पतला होना आदि बातें एक से अधिक रोगों में भी देखने को मिलती हैं। कई बार हम बेहद सामान्य बातें भी गौर नहीं करते, मसलन पैर के भीतर की ओर धंसे हुए नाखून तंग जूते पहनने का संकेत देते हैं, वहीं नाखूनों का नीला रंग शरीर में ऑक्सीजन की कमी दर्शाता है।’ मोटे, रूखे व टूटे हुए नाखून डॉ़ सचिन धवन बताते हैं, ‘मोटे तथा नेल बेड से थोड़ा ऊपर की ओर निकले नाखून सिरोसिस व फंगल इन्फेक्शन का संकेत देते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी व बालों के गिरने की स्थिति में भी नाखून बेरंग और रूखे हो जाते हैं। इसके अलावा त्वचा रोग लाइकन प्लेनस होने पर, जिसमें पूरे शरीर में जगह-जगह पस पड़ जाती है, नाखून बिल्कुल काले हो जाते हैं। हृदय रोग की स्थिति में नाखून मुड़ जाते हैं। नाखूनों में सफेद रंग की धारियां व रेखाएं किडनी के रोगों का संकेत देती हैं। मधुमेह पीड़ितों का पूरा नाखून सफेद रंग व एक दो गुलाबी रेखाओं के साथ नजर आता है। हृदय रोगियों के नाखून में लाल धारियां देखने को मिलती हैं।’ नाखून में होने वाला संक्रमण नाखूनों के रंग बदलने की वजह फंगल इन्फेक्शन भी हो सकता है। शुरुआत में नाखून सफेद या पीले रंग के दिखाई देते हैं, पर संक्रमण बढ़ने पर बदरंग होने के साथ-साथ पतले और खुरदरे होने लगते हैं। डॉ़ सचिन धवन बताते हैं कि हम सभी का शरीर कई प्रकार के सूक्ष्म जीवाणुओं और विषाणुओं के संपर्क में आता है। त्वचा पर हुए संक्रमण को यदि नाखून से खुजाया जाए तो भी नाखून संक्रमित हो जाते हैं। जो लोग अधिक स्विमिंग करते हैं या ज्यादा देर तक पानी में रहते हैं या फिर जिनके पैर अधिकतर जूतों में बंद रहते हैं, उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है। संक्रमण के असर से नाखून भुरभुरे हो जाते हैं और उनका आकार बिगड़ जाता है। नाखूनों के आसपास खुजली, सूजन और दर्द भी होता है। ऐसे में चिकित्सक को दिखाना बेहतर रहता है। हाथ के नाखूनों में हुए संक्रमण का उपचार 6 माह में हो जाता है, जबकि पैर के नाखूनों का संक्रमण दूर करने में लगभग नौ से बारह महीने का समय लगता है। कुछ मामलों में नाखूनों को हटाना भी पड़ जाता है, पर सही उपचार व सर्जरी के बाद वे धीरे-धीरे बढ़ना शुरू कर देते हैं। नाखूनों के पोर भी देखें डॉ. अमृत कलसी बताती हैं, ‘छोटी-छोटी कोशिकाओं से बने नाखून के पोरों के इर्द-गिर्द के क्षेत्र से भी सेहत से जुड़े रहस्यों का पता चलता है। आयरन और विटामिन-बी 12 की कमी होने पर नाखून अन्दर की ओर धंस जाते हैं। अनीमिया की स्थिति में नाखूनों में उभरी हुई धारियां पड़ जाती हैं। विटामिन-सी की कमी होने पर नाखून कटने-फटने लगते हैं और उनके पोरों का मांस उखड़ने लगता है।’ डॉ. कलसी के अनुसार, नाखूनों को फंगल इन्फेक्शन से बचाने के लिए हाथ और पैर अच्छी तरह से धोएं। उंगलियों के बीच के हिस्सों को अच्छी तरह सुखाएं और पैरों में साफ-सुथरी जुराबें ही पहनें। यूं बनाए रखें नाखूनों की सेहत - पूरे शरीर के पोषण का ध्यान रखें। पौष्टिक आहार की मदद से न सिर्फ नाखून स्वस्थ रहते हैं, बल्कि उनमें दरार या कट भी नहीं पड़ते। विटामिन बी का सेवन नाखूनों की सुंदरता बढ़ाता है। - नाखूनों की बाहरी त्वचा का खास ध्यान रखें। क्यूटिकल्स ही फंगस और बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाव करते हैं। नाखून व पोरों के आसपास की त्वचा को नियमित रूप से मॉइस्चराइजर की नमी दें। विटामिन सी का सेवन नाखूनों के आसपास की त्वचा को कटने-फटने से रोकता है। - नाखूनों पर कम से कम रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल करें। क्या बताता है नाखूनों का रंग पीले नाखून फीके, हल्के पीले व कमजोर नाखून अनीमिया, हृदय संबंधी परेशानी, कुपोषण व लिवर रोगों का संकेत देते हैं। फंगल इन्फेक्शन के कारण पूरा नाखून ही पीला हो जाता है। कई बार पीलिया, थाइरॉएड, मधुमेह और सिरोसिस में भी ऐसा हो सकता है। नाखून पीले व मोटे हैं और धीमी गति से बढ़ रहे हैं तो यह फेफड़े संबंधी रोगों का संकेत हो सकता है। सफेद नाखून कई बार नाखूनों पर सफेद धब्बे नजर आते हैं तो कई बार वे पूरे सफेद दिखते हैं। नाखूनों की सफेदी लिवर रोगों के अलावा हृदय व आंत की ओर भी संकेत करती है। उभरे हुए नाखून बाहर और आसपास की त्वचा का उभरा होना हृदय समस्याओं के अतिरिक्त फेफड़े व आंतों में सूजन का संकेत देता है। नीले नाखून शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक प्रकार से न होने पर नाखूनों का रंग नीला होने लगता है। यह फेफड़ों में संक्रमण, निमोनिया या दिल के रोगों की ओर भी संकेत करता है। आधे सफेद और आधे गुलाबी नाखून नाखूनों का रंग अचानक आधा गुलाबी व आधा सफेद दिखाई दे तो ऐसा होना गुर्दे के रोग व सिरोसिस का संकेत देता है। लाल व जामुनी रंग नाखूनों का गहरा लाल रंग हाई ब्लड प्रेशर का संकेत देता है, जबकि जामुनी रंग के नाखून लो ब्लड प्रेशर का संकेत देते हैं। चम्मच की तरह नाखून खून की कमी के अलावा आनुवंशिक रोग, ट्रॉमा की स्थिति में भी नाखूनों का आकार चम्मच की तरह हो जाता है और नाखून बाहर की ओर मुड़ जाते हैं।

Monday 25 September 2017

Vitamin b complex

जानिए Vitamin B Complex कमी से आपकी Health को क्या खतरे हैं whats knowledge 27/01/2016 Health 4 Comments Healthy रहने के लिए हम हमेशा Balance Diet अपनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन फिर भी कई बार हमारे खाने में कोई न कोई कमी रह ही जाती है, जिसकी वजह से सेहत संबंधी कई समस्याएं हमें परेशान करने लगती हैं। शरीर को healthy रूप से चलाने में vitamins की बहुत जरूरी भूमिका होती हैं। सभी vitamins मे सबसे जरूरी विटामिन है Vitamin B Complex. Vitamin B Complex एक ऐसा तत्व है, जो दिमाग और nervous system को सही से काम करने में मदद करता है। इसकी कमी हमारी health के लिए बड़े स्तर पर नुकसानदेह साबित हो सकती है। Vitamins एक तरह के रसायन होते है। अगर खाने मे कोई vitamins न लिया जाए तो इसकी कमी से अनेक बीमारिया हो सकती है। Vitamin B Complex मे 8 vitamins होते है। पहले इनको एक ही विटामिन सोचा जाता था लेकिन बाद मे रिसर्च मे पाया गया की यह रसायनिक रूप से अलग अलग होते है। आजकल इन्हे विटामिन बी कॉम्पलेक्स कहा जाता है। VITAMIN B COMPLEX 8 TYPES के होते है 1) vitamin B1 – इस विटामिन को thiamin(थायमीन) भी कहते है। इसका स्वाद नमकीन होता है। यह रंघिन होता है। इस विटामिन की कमी से कब्ज की शिकायत,चक्कर आना,आंखो मे अंधेरा छा जाना,चिड़चिड़ा हो जाना,एकाग्रता का न होना व झगड़ालू हो जाना जैसे लक्षण दिखाई देते है। इसकी कमी से बेरी बेरी नाम की बीमारी हो जाती है। Source; यह विटामिन गेहूँ,मूँगफली,हरे मटर,संतरे,खमीर,अंडे,हरी सब्जियाँ,चावल और अंकुर वाले बीजों मे पाया जाता है। 2) vitamin B2 – इस विटामिन को Riboflavin भी कहा जाता है। यह विटामिन पीले रंग का होता है। यह विटामिन सूरज की रोशनी(sunlight) और खाने को अधिक पकाने से समाप्त हो जाता है। शरीर मे इस विटामिन की कमी से मुँह और होठ फटने लगते है। यह vitamin आंखो,नाक और जीभ को स्वस्थ रखने के लिया अति आवश्यक है। Source; यह विटामिन अंडे की ज़र्दी, मछ्ली,दालों,मास,मटर,चावल व खमीर मे पाया जाता है। 3) vitamin B3 – इस विटामिन को Pantothenic भी कहा कहा जाता है। यह विटामिन शरीर की वृद्धि मे सहायक होता है। यह विटामिन लोगो के सलेटी रंग के बाल होने से बचाता है। Source; यह विटामिन दूध मे सबसे ज्यादा पाया जाता है। इसका अलावा यह अंडे की ज़र्दी,मेवा व अखरोट मे भी पाया जाता है। 4) vitamin B5 – इस विटामिन को Nicotinamide भी कहा जाता है। इस विटामिन की कमी से पैलेग्रा (Pellagra) रोग हो सकता है। यह विटामिन हमारे weight को control करने मे मदद करता है। Source; यह विटामिन खमीर,दूध,मक्खन,पिस्ता और दाल मे पाया जाता है। 5) vitamin B6 – यह विटामिन हीमोग्लोबिन के निर्माण मे मदद करता है। यह विटामिन त्वचा को भी स्वस्थ रखता है। Source; यह विटामिन मांस,मछ्ली,खमीर,अंडे की ज़र्दी,चावल,गेहूँ व मटर मे पाया जाता है। 6) vitamin B7 – इसका रसायनिक नाम Biotin है। इसकी कमी से depression, हो सकता है। Source; बाजरा, ज्वार, मैदा, चावल, सोयाबीन, गेहूं, 7) vitamin B9 – यह विटामिन पीले रंग का स्वादहीन और रंगहीन होता है। भोजन को पकाते वक्त इस vitamin की ज़्यादातर मात्रा समाप्त हो जाती है। यह विटामिन खून के निर्माण मे मदद करता है। Source; अंकुरित अनाज, दलिया, मटर और मूंगफली 8) vitamin B12 – यह विटामिन लाल रंग का होता है। खाने को ज्यादा पकाते वक्त यह विटामिन नष्ट हो जाता है। इस विटामिन की कमी से अनीमिया रोग हो सकता है। साथ ही इस विटामिन की कमी से नसों मे blockage, बहुत ज्यादा थकान और सर्दी,depression, तनाव और memory भी कमजोर हो सकती है। Source; मांस, मछ्ली और अंडो मे यह विटामिन काफी मात्रा मे पाया जाता है। यदि आपके शरीर में इन vitamins की कमी है तो फिर यह कमी आपकी health लिए खतरनाक हो सकती है। इसलिए अपनी Diet मे Vitamin B Complex के source प्रचुर मात्रा मे लें।

Live hindustan

रहती है थकान तो हो सकती है इस विटामिन की कमी, देखें ये लक्षण भी Last Modified: Wed, Nov 09 2016. 07:08 IST शरीर के लिए विटामिन बी-12 बेहद जरूरी है। इसकी कमी से आपका शरीर थका-थका सा रहेगा और आप हमेशा थकान महसूस करेंगे। विटामिन बी-12 की मदद से शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई करती हैं। अगर शरीर में विटामिन बी-12 की कमी हो रही है तो इसे विटामिन बी 12 डेफिशिएंसी एनीमिया हो जाता है। इस स्थिति में बॉडी में सामान्य से ज्यादा लाल रक्त कोशिकाएं बनने लगती हैं। इसे मैक्रोसाइटिक कहा जाता है। एक बार विटामिन बी 12 डेफिशिएंसी का पता चलने पर बी-12 इंजेक्शन और बी-12 टेबलेट के जरिए इसका इलाज संभव है। यहां जानें क्या हैं विटामिन बी-12 से होने वाली परेशानियां: ये होते हैं लक्षण शरीर में बेहद थकान हमेशा शरीर में एनर्जी की कमी रहना सिर में दर्द रहना भूख कम लगना स्किन का पीला पड़ जाना जीभ का लाल हो जाना चलने फिरने में परेशानी होना तनाव, मूड बदलना और चिड़चिड़ा हो जाना हाथ-पैरों का सुन्न हो जाना छोटी-छोटी बातों पर नर्वस हो जाना शारीरिक संतुलन बनाने में समस्या। असमय बाल सफेद हो जाना और उनका झड़ना

Thursday 21 September 2017

Vitamins & sources

विटामिन के बारे में पूरी जानकारी जरूर पढ़े। By admin | January 18, 2017 विटामिन क्या होते हैं? विटामिन छोटे-छोटे कंपाउंड होते हैं जो शरीर को सही तरह से काम करने में मदद करते हैं। विटामिन हमें भोजन के जरिये खाने-पीने वाली चीजों से प्राप्त होते हैं। हमारे शरीर के लिए 13 प्रकार के विभिन्न विटामिन्स की आवश्कयता होती हैं। यह विटामिन इस प्रकार से हैं विटामिन ए, बी, सी, डी, ई और के, यह सभी विटामिन्स शरीर के लिए बहुत ही जरूरी माने जाते हैं। अगर इनमे से किसी भी विटामिन की कमी हो गयी तो आपकी सेहत खराब हो सकती हैं और आपको विभिन्न प्रकार विटामिन की कमी के मुताबिक़ कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता हैं। आइये जानते हैं विटामिन के बारे में पूरी जानकारी। Full Information about Vitamin In Hindi. विटामिन के बारे में पूरी और अच्छी तरह से जानकारी :- विटामिन ए यह विटामिन फैट में घुलनशील होता हैं और यह 2 प्रकार का होता हैं Retinoids एवं Carotenoids. सब्जियों के रंग जितने ज्यादा गहरे होते हैं, उस सब्जी में कैरोटीनोइड्स उतना ही ज्यादा मात्रा में होता हैं। कैरोटीनोइड्स के भी कई रूप होते हैं जैसे की Beta-Carotene, Alpha-Carotene और Beta-xanthophyll आदि। विटामिन ए शरीर के लिए क्यों हैं जरूरी? विटामिन ए आँखों की रोशिनी सही रखता हैं। यह स्वस्थ्य मसूड़ो, दांतों, हड्डियों, सॉफ्ट टिश्यू और म्यूकस मेम्ब्रेन, फर्टिलिटी और स्तनपान के लिए बहुत ही लाभकारी होता हैं। इसकी कमी से क्या नुकसान होते हैं? विटामिन ए की कमी से रतोंधी रोग हो सकता हैं। इसकी कमी से बच्चों में पाचन मार्ग और श्वास मार्ग की उपरी भाग में इन्फेक्शन आदि हो सकता हैं। Loading... विटामिन ए किसमें सबसे ज्यादा पाया जाता हैं? यह गाजर, पालक, ब्रोकली, अंडे, हरी पत्तेदार सब्जियां, मीट, दूध, पनीर, कद्दू, पपीता, आम, मछली, क्रीम आदि चीजों में ज्यादा पाया जाता हैं। यह याद रखे की नारंगी और पीले रंग वाले फल और सब्जियों में विटामिन ए सबसे अधिक होता हैं। विटामिन बी काम्प्लेक्स विटामिन बी के कई रूप हैं जैसे की Vitamin B1 (Thiamine), Vitamin B2 (Riboflavin), Vitamin B3 (Niacin), Vitamin B5 (Pantothenic Acid) , Vitamin B6 (pyridoxine), Vitamin B7 (Biotin), Vitamin B9 (Folic Acid) और Vitamin B12 (cobalamin). इनकी रचना भी अलग होती हैं और इनके काम भी अलग अलग ही होते हैं। क्या काम करते हैं विटामिन बी विटामिन B1 और B2 मांसपेशियों, नर्वस सिस्टम और ह्रदय की कार्यप्रणाली के लिए जरूरी होता हैं। विटामिन B3 पाचन तंत्र और नर्वस सिस्टम को कण्ट्रोल करने का काम करता हैं। विटामिन B6 रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता हैं और प्रोटीन को तोड़ता हैं। विटामिन B9 ब्रेस्ट कैंसर होने से बचाता हैं। विटामिन B12 सर्वाइकल कैंसर होने से बचाता हैं। इसकी कमी से क्या नुकसान होते हैं? शरीर में विटामिन बी की कमी से थकान, एनीमिया, डिप्रेशन, भूख न लगने जैसे प्रॉब्लम हो सकते हैं। साथ ही शरीर में इस विटामिन की कमी से मसल्स में दर्द, बालों का झड़ना और एक्जिमा जैसी बिमारियां भी हो जाती हैं। विटामिन बी के स्रोत क्या हैं? विटामिन बी आपको नॉन-वेजीटेरियन भोजन, डेरी उत्पाद, सूखे मेवे, अंकुरित अनाज, अंडे के पीले हिस्से, साबूत अनाज, पालक, फल्लीयां आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। विटामिन सी इसे एक नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट माना जाता हैं। विटामिन सी शरीर में कभी भी जमा नहीं होता हैं। क्या काम करता हैं? यह शरीर के सेल्स को एक साथ जोड़ कर रखता हैं और खून नलिकाओं की दिवार को मजबूत बनाता हैं। दांतों और मसूड़ो को स्वस्थ्य बनाए रखता हैं। इससे शरीर की इम्युनिटी भी मजबूत होती हैं। इसकी कमी से सेहत को क्या नुकसान होते हैं? विटामिन सी की कमी से मसूड़े और दांत कमजोर हो सकते हैं। इसकी कमी से आपको एनीमिया भी हो सकता हैं। विटामिन सी की कमी के कारण चेहरे पर झुर्रियां भी पड़ सकती हैं। विटामिन सी सबसे अधिक किसमे पाया जाता हैं? विटामिन सी सबसे ज्यादा खट्टे फलों जैसे की संतरा, मौसमी, अमरुद, निम्बू, स्ट्रॉबेरी, टमाटर आदि में होता हैं। इसके अलावा ब्रोकोली, गोभी, अंकुरित अनाज, पालक, आंवला आदि में भी पाया जाता हैं। विटामिन सी सबसे ज्यादा खट्टे फलों में भी उपस्तिथ होता हैं। विटामिन डी यह ऐसा विटामिन हैं जो हमें धुप से प्राप्त होता हैं। लेकिन फिर भी भारत में शहरी नागरिको में 49% लोगो को और ग्रामीण निवासियों में से 20% लोगो में विटामिन डी की कमी पायी जाती हैं। शरीर के लिए क्यों जरूरी हैं विटामिन डी यह शरीर में कैल्शियम लेवल को कण्ट्रोल में रखता हैं। जिससे नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती हैं। यह बॉडी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता हैं। कमी के नुकसान विटामिन डी की कमी से आपके मसल्स कमजोर हो जाते हैं, जोड़ो में दर्द होता हैं, मोर्निंग सिकनेस, शारीरिक कमजोरी भी हो जाती हैं। विटामिन डी के सोर्स क्या हैं सूरज की किरणे विटामिन डी का सबसे बढ़िया स्रोत मानी जाती हैं। जब हमारे शरीर की खुली त्वचा पर सूरज की किरणे पड़ती हैं तो यह किरणे त्वचा में अवशोषित हो जाती हैं और इससे शरीर में विटामिन डी का निर्माण होता हैं। इसके अतरिक्त आप विटामिन डी को मुर्गे के मीट, मछली, दूध, अंडा और समुंदरी भोजन में आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। विटामिन ई यह आपके स्किन के लिए बहुत ही जरूरी हैं। इससे फर्टिलिटी बढ़ती हैं। क्या काम करता हैं? यह त्वचा को जवां बनाये रखता हैं। स्त्री-पुरुषो की कमजोरी को दूर करता हैं। शरीर को जल्दी बुढा नही होने देता हैं। इससे स्किन सेल्स रिपेयर होते हैं, यह आँखों के लिए फायदेमंद होता हैं। कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल में रखता हैं। इसकी कमी से क्या नुकसान होते हैं इसकी कमी से चेहरे पर मुहांसे आदि होते हैं। स्त्री और पुरुषो दोनों में बांझपन की समस्या हो सकती हैं। स्किन पर बुढ़ापा जल्दी आने लगता हैं। विटामिन ई के स्रोत :- विटामिन ई सूरजमुखी के बीज, बादाम, आम, हरी मिर्च, एवोकाडो, कीवी, टमाटर, ब्रोकोली, पालक आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं। विटामिन K Vitamin K2 प्रकार का होता हैं K1 और K2. विटामिन के1 हरी सब्जियों आदि में पाया जाता हैं तो Vitamin K2 नॉन-वेज जैसे की अंडे, मीट और चीज़, दूध आदि में होता हैं। विटामिन के शरीर में खून के थक्कों को जमाने का काम करता हैं। विटामिन K शरीर के लिए क्यों हैं जरूरी? विटामिन K खून के थक्के बनाता हैं। यह कार्डियोवैस्कुलर को सही ढंग से काम करने में मदद करता हैं। यह हड्डियों को भी मजबूत बनाता हैं। और तो और यह कैंसर से बचने में भी मददगार होता हैं। इसकी कमी से नुकसान शरीर में विटामिन K की कमी होने पर ब्लीडिंग होना बंद नहीं होता हैं। अगर किसी को चोट लग जाये तो ज़ख्म जल्दी नहीं भरता हैं, क्योंकि खून के थक्के नहीं बन पाते हैं और खून पतला होकर लगातार बहता रहता हैं। इसकी कमी से हड्डियाँ भी कमजोर हो सकती हैं। किसमें सबसे ज्यादा पाया जाता हैं विटामिन के विटामिन K शलगम, ब्रोकोली, गोभी, शतावरी, सरसों का साग, पालक, कीवी, एवाकाडो, अंगूर, अंडा, मीट, दूध आदि में पाया जाता हैं। विटामिन्स के जुड़े रोचक तथ्य और आंकड़े :- 1. विटामिन K2 को सही मात्रा में लेने से डायबिटीज होने का ख़तरा 20% तक कम हो जाता हैं। 2. हफ्ते में 3 दिन 15 मिनट धुप में बैठने से शरीर के लिए जरूरी विटामिन डी का निर्माण अपने आप हो जाता हैं। 3. ऑस्टियोपोरोसिस से जूझ रही 50% से ज्यादा महिलाओं में विटामिन डी की कमी पायी जाती हैं। 4. विटामिन B6 को सबसे स्थिर विटामिन माना जाता हैं। 5. जिनके खून में विटामिन सी का लेवल ज्यादा होता हैं, उन्हें स्ट्रोक होने का ख़तरा 42% तक कम हो जाता हैं। 6. एक अध्यन के अनुसार दुनियाभर के 33% बच्चे विटामिन ए की कमी से पीड़ित हैं। विटामिन्स 2 कैटगरी के होते हैं फैट में घुलनशील विटामिन बॉडी के फैट टिश्यू में जमा होते हैं। 4 विटामिन्स ऐसे हैं जो पानी में अघुलनशील हैं। जो की यह हैं विटामिन ए, डी, ई और के। विटामिन बी काम्प्लेक्स और विटामिन सी ऐसे विटामिन माने जाते हैं जो पानी में घुलनशील हैं, इन्हें शरीर सीधे ही इस्तेमाल कर लेता हैं और जब यह विटामिन शरीर में ज्यादा ज्यादा मात्रा में शरीर में चले जाये तो पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकल जाते हैं। विटामिन बी12 पानी में घुलनशील एक मात्र ऐसा विटामिन हैं जो लीवर में कई सालों तक जमा रह सकता हैं। कितने कारगर होते हैं सप्लीमेंट आपके शरीर के लिए प्रतिदिन कितनी मात्रा में विटामिन्स की जरूरत हैं यह आपकी उम्र और लिंग पर निर्भर करता हैं। वैसे तो आपको हमेशा संतुलित भोजन ही करना चाहिए। ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों को कैल्शियम और विटामिन डी विशेष रूप से विटामिन डी3 और Bisphosphonates को supplement के रूप में लेने की सलाह दी जाती हैं। विटामिन K भी हड्डियों को मजबूत बनाता हैं। विटामिन ए, डी, ई और K फैट में जमा होने वाले विटामिन हैं, इसलिए शरीर में ज्यादा जमा हो जाने पर यह आपको नुकसान भी पहुचा सकते हैं।

All vitamins

विटामिन (vitamin) या जीवन सत्व भोजन के अवयव हैं जिनकी सभी जीवों को अल्प मात्रा में आवश्यकता होती है। रासायनिक रूप से ये कार्बनिक यौगिक होते हैं। उस यौगिक को विटामिन कहा जाता है जो शरीर द्वारा पर्याप्त मात्रा में स्वयं उत्पन्न नहीं किया जा सकता बल्कि भोजन के रूप में लेना आवश्यक हो। विटामिन ए मुख्य लेख : विटामिन ए विटामिन आंखों से देखने के लिये अत्यंत आवश्यक होता है। साथ ही यह बीमारी से बचने के काम आता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों को सामान्य रूप में बनाये रखने में मदद करता है जैसे कि स्किन, बाल, नाखून, ग्रंथि, दांत, मसूडा और हड्डी। सबसे महत्वपूर्ण स्थिती जो कि सिर्फ विटामिन ए के अभाव में होता है, वह है अंधेरा में कम दिखाई देना, जिसे रतौधि (Night Blindness) कहते हैं। इसके साथ आंखों में आंसू के कमी से आंख सूख जाते हैं और उसमें घाव भी हो सकता है। बच्चों में विटामिन ए के अभाव में विकास भी धीरे हो जाता है, जिससे कि उनके कद पर असर कर सकता है। स्किन और बालों में भी सूखापन हो जाता है और उनमें से चमक चली जाती है। संक्रमित बीमारी होने की संभावना बढ जाती है। विटामिन बी विटामिन बी शरीर को जीवन शक्ति देने के लिए अति आवश्यक होता है। इस विटामिन की कमी से शरीर अनेक रोगो का गढ़ बन जता है। विटामिन बी के कई विभागो की खोज की जा चुकी है। ये सभी विभाग मिलकर ही विटामिन ‘बी’ काम्पलेक्स कहलाते है। हालांकि सभी विभाग एक दुसरे के अभिन्न अंग है, लेकिन फिर भी सभी आपस मे भिन्नता रखते है। विटामिन ‘बी’ काम्पलेक्स 120 सेंटीग्रेड तक की गर्मी सहन करने की क्षमता रखता है। उससे अधिक ताप यह सहन नही कर पाता और नष्ट हो जाता है। यह विटामिन पानी मे घुलनशील है। इसक प्रमुख कार्य स्नायु को स्वस्थ रखना तथा भोजन के पाचन मे सक्रिय योगदान देना होता है। भूख को बढ़ाकर यह शरीर को जीवन शक्ति देता है। खाया-पिया अंग लगाने मे सहायता प्रदान करता है। क्षार पदार्थो के संयोग से यह यह बिना किसी ताप के नष्ट हो जाता है, पर अम्ल के साथ उबाले जाने पर भी नष्ट नही होता। विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के स्रोतों में टमाटर, भूसी दार गेहु का आटा, अण्डे की जर्दी, हरी पत्तियो के साग, बादाम, अखरोट, बिना पालिश किया चावल, पौधो के बीज, सुपारी, नारंगी, अंगूर, दूध, ताजे सेम, ताजे मटर, दाल, जिगर, वनस्पति साग सब्जी, आलू, मेवा, खमीर, मक्की, चना, नारियल, पिस्ता, ताजे फल, कमरकल्ला, दही, पालक, बन्दगोभी, मछली, अण्डे की सफेदी, माल्टा, चावल की भूसी, फलदार सब्जी आदि आते हैं। विटामिन ‘बी’ काम्पलेक्स की कमी से उत्पन्न होने वाले रोग हाथ पैरो की उंगलियों मे सनसनाहट होना मस्तिष्क की स्नायु मे सूजन व दोष होना पैर ठंडे व गीले होना सिर के पिछले भाग मे स्नायु दोष हो जाना मांस पेशियो का कमजोर होना हाथ पैरो के जोड़ अकड़ना शरीर का वजन घट जाना नींद कम आना मुत्राशय मसाने मे दोष आना महामारी की खराबी होना शरीर पर लाल चकती निकलना दिल कमजोर होना शरीर मे सूजन आना सिर चकराना नजर कम हो जाना पाचन क्रिया की खराबी होना विटामिन सी मुख्य लेख : विटामिन सी नारंगी, विटामिन सी का उत्तम स्रोत है। विटामिन सी को एसकोरबिक ऐसिड के नाम से भी जान जाता है। यह शरीर की कोशिकाओं को बांध के रखता है। इससे शरीर के विभिन्न अंग को आकार बनाने में मदद मिलता है। यह शरीर के बल्ड वेस्सल या खून के नसों (रक्त वाहिकाओं, blood vessel) को मजबूत बनाता है। इसके एंटीहिस्टामीन गुणवत्ता के कारण, यह सामान्य सर्दी-जुकाम में दवा का काम कर सकता है। इसके अभाव में मसूडों से खून बहता है, दांत दर्द हो सकता है, दांद ढीले हो सकते हैं या निकल सकते हैं। स्किन या चर्म में भी चोट लगने पर अधिक खून बह सकता है, रुखरा हो सकता है। आपको भूख कम लगेगा। बहुत अधिक विटामिन के अभाव से स्कर्वी (scurvy) हो सकता है। इससे शरीर के विभिन्न अंगों में, जैसे कि गुर्दे में, दिल में और अन्य जगह में, एक प्रकार का पथरी हो सकता है। यह ओक्सलेट क्रिस्टल (oxalate crystal) का बना होता है। इससे पैशाब में जलन या दर्द हो सकता है, या फिर पेट खराब होने से दस्त हो सकता है। खून में कमी या एनिमीया (anemia) हो सकता है। विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं – नारंगी जैसे फल या सिटरस फ्रूट्स, खरबूजा। विटामिन डी मुख्य लेख : विटामिन डी विटामिन डी को के अन्य नाम हैं – विटामिन डी2 या अर्गोकैल्सिफेरॉल (Vitamin D2 or Ergocalciferol) विटामिन डी3 या कोलेकेलसीफेरोल (Vitamin D3 or Cholecalciferol) यह शरीर के हड्डीयों को बनाने और संभाल कर रखने में मदद करता है। साथ ही यह शरीर में केलसियम (calcium) के स्तर को नियंत्रित रखता है। इसके अभाव में हड्डी कमजोर होता है और टूट भी सकता है (फ्रेकचर या Fracture)। बच्चों में इस स्थिती को रिकेटस (Rickets) कहते हैं और व्यस्क लोगों में हड्डी के मुलायम होने को ओस्टीयोमलेशिया (osteomalacia) कहते हैं। इसके अलावा, हड्डी के पतला और कमजोर होने को ओस्टीयोपोरोसिस कहते हैं। इससे शरीर के विभिन्न अंगों में, जैसे कि गुर्दे में, दिल में, खून के नसों में और अन्य जगह में, एक प्रकार का पथरी हो सकता है। यह केल्सियम (calcium) का बना होता है। इससे बल्ड प्रेशर या रक्तचाप बढ सकता है, खून में कोलेसटेरोल अधिक हो सकता है और दिल पर असर पर सकता है। साथ ही चक्कर आना, कमजोरी लगना और सिरदर्द हो सकता है। पेट खराब होने से दस्त भी हो सकता है। अंडे का पीला भाग (egg yolk), मछली के तेल, विटामिन डी युक्त दूध और बटर में और धूप सेकने से। विटामिन इ मुख्य लेख : विटामिन ई विटामिन इ, खून में रेड बल्ड सेल या लाल रक्त कोशिका (Red Blood Cell) को बनाने के काम आता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों को सामान्य रूप में बनाये रखने में मदद करता है जैसे कि मांस-पेशियां, अन्य टिशू। यह शरीर को ओक्सिजन के एक नुकसानदायक रूप से बचाता है, जिसे ओक्सिजन रेडिकल्स (oxygen radicals) कहते हैं। इस गुण को एंटीओक्सिडेंट (anti-oxidants) कहा जाता है। विटामिन इ, सेल के अस्तित्व बनाय रखने के लिये, उनके बाहरी कवच या सेल मेमब्रेन को बनाय रखता है। विटामिन इ, शरीर के फैटी एसिड को भी संतुलन में रखता है। समय से पहले हुये या प्रीमेच्योर नवजात शिशु (Premature infants) में, विटामिन इ के कमी से खून में कमी हो जाता है। इससे उनमें एनिमीया (anemia) हो सकता है। बच्चों और व्यस्क लोगों में, विटामिन इ के अभाव से, दिमाग के नसों का या न्युरोलोजीकल (neurological) समस्या हो सकता है। अत्याधिक विटामिन इ लेने से खून के सेलों पर असर पर सकता है, जिससे कि खून बहना या बीमारी होना मुमकिन है।

Gayan ki bate

SSC अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न * सबसे हल्की धातु है - लिथियम * सबसे भारी धातु है - ओसमियम * सबसे कठोर धातु है - प्लेटिनम * सबसे कठोर पदार्थ है - हीरा * सबसे उत्तम कोयला है - एन्थ्रासाइट * जल का शुद्ध रूप है - वर्षा का जल * मार्श गैस कहलाता है - मीथेन * नोबेल गैस कहलाता है - हीलियम * विधुत धारा मापी जाती है - आमीटर से * पारा का प्रमुख अयस्क है - सिनेबार 1 टेलीविजन का अविष्कार किया-जे. एल. बेयर्ड (John Logie Baird) 2 रडार का अविष्कार किया-टेलर एवं यंग 3 गुरूत्वाकर्षण की खोज किसने किया-न्युटन ने 4 सिरका व अचार में कौन सा अम्ल होता है-एसिटिक अम्ल 5 निबू एवं नारंगी में कौन सा अम्ल होता है-साइट्रिक अम्ल 6 दूध खट्टा होता है-उसमें उपस्थित लैक्टिक अम्ल के कारण 7 मतदाताओं के हाथ में लगाये जाने वाली स्याही होती है-सिल्वर नाइट्रेट 8 पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है-पश्चिम से पूर्व की ओर 9 प्याज व लहसुन में गंध होता है-उसमें उपस्थित पोटैशियम के कारण 10 x-किरणों की खोज की-रोन्ट्जन ने 11 स्कूटर के अविष्कारक-ब्राड शा 12 रिवाल्वर के अविष्कारक-कोल्ट 13 समुद्र की गहराई नापते हैं-अल्टी मीटर द्वारा 14 डी.एन. ए. संरचना का माडल दिया-वाटशन व क्रिक ने 15 प्रयोगशाला में बनने वाला पहला तत्व-यूरिया 16 टेलिफोन के अविष्कारक-ग्राहम बेल 17 भारत द्वारा छोडा गया पहला उपग्रह-आर्य भट्ट 18 पेन्सिलीन की खोज की-एलेक्जेन्डर फ्लेमिंग ने 19 चेचक के टीके की खोज की-जेनर ने 20 जीव विज्ञान के जन्मदाता-अरस्तु 21 डाइनामाइट के अविष्कारक-अल्फ्रेड नोबल 22 चन्द्रमा पर उतरने वाला पहला आदमी-नील आर्म स्ट्रांग 23 अंतरिक्ष में जाने वाले पहले आदमी-यूरी गगारिन 24 सबसे बडी हड्डी-फीमर जांघ की 25 सबसे छोटी-स्टेपिज कान की 26 संसार का सबसे बडा पुष्प-रेफ्लेसीया 27 किस विटामिन में कोबाल्ट होता है-B12 28 एनिमिया किस विटामिन से ठीक हो जाता है- B12 29 रतौधी रोग किस विटामिन के कमी से होता है-विटामिनA 30 विटामिन B की कमी से कौन सा रोग होता है-बेरी बेरी 31 टायफायड से शरीर का कौन सा अंग प्रभावित होता है-आंत 32 रेबिज के टीके की खोज किसने की-लुई पाश्चर ने 33 हैजा व टीबी के जीवाणुओं की खोज की-राबर्ट कोच(1982) 34 रक्त में पाया जाता है -लौह तत्व 35 एक्स किरणे हैं-विधुत चुम्बकीय किरणें 36 पानी में हवा का बुलबला होता है-अवतल लेंस 37 विषुवत रेखा पर किसी वस्तु का भार होगा-न्यूनतम 38 सूर्योदय से पहले सुर्य दिखने का कारण-प्रकाश का अपवर्तन 39 इन्द्रधनुष बनने का कारण-अपवर्तन 40 ताप बढने पर ध्वनि की चाल पर क्या प्रभाव पडता है-बढ़ जाती है 41 यदि हम चन्द्रमा पर से आकाश देखे तो कैसा दिखाई देगा-काला 42 यूरिया को शरीर से अलग करते हैं-गुर्दे 43 मानव त्वचा का रंग बनता है –मेनालिन के कारण 44 कच्चे फलों को पकाने में काम आता है-इथिलीन राजनैतिक दल – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 1. प्रथम लोकसभा चुनाव में कितने राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय दल का दर्जा प्रदान किया था? (A) 7 (B) 12 (C) 14 (D) 21 2. भारत में एक राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए किसी दल को कम-से-कम कितने मत प्राप्त करने चाहिए? (A) 10% वैध मत चार अथवा अधिक राज्यों में (B) 4% वैध मत चार अथवा अधिक राज्यों में (C) 15% वैध मत दो राज्यों में (D) 25% वैध मत एक राज्य में 3. भारत में दलीय व्यवस्था किस प्रकार की है? (A) एकदलीय (B) द्विदलीय (C) बहुदलीय (D) उपर्युक्त में से कोई नहीं 4. किसी राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल अथवा प्रादेशिक दल के रूप में मान्यता कौन देता है? (A) राष्ट्रपति (B) विधि मंत्री (C) निर्वाचन आयोग (D) इनमें से कोई नहीं 5. तेलुगु देशम पार्टी (TDP) का चुनाव चिन्ह क्या है? (A) हाथी (B) साइकिल (C) शेर (D) दो पत्तियाँ 6. वह भारतीय राजनीतिक दल कौन-सा है, जिसकी स्थापना ताशकंद में हुई थी? (A) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (B) किसान तथा मजदूर पार्टी (C) गदन पार्टी (D) भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 7. निम्नलिखित में से किसकी स्थापना बी. आर. अम्बेडकर द्वारा गई थी? (A) स्वराज पार्टी (B) समाज समता पार्टी (C) अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद् (D) स्वतंत्र श्रमिक दल 8. राजनीतिक दल निम्नलिखित में से किसके लिए जरूरी है? (A) सैनिक शासन के लिए (B) तानाशाही के लिए (C) लोकतंत्र के लिए (D) उपर्युक्त में से किसी के लिए नहीं 9. किस राजनीतिक दल की स्थापना स्वतंत्रता से पूर्व हुई? (A) जनसंघ (B) स्वतंत्र पार्टी (C) भारतीय साम्यवादी दल (D) इनमें से कोई नहीं 10. भारतीय जनता पार्टी का चुनाव चिन्ह क्या है? (A) हाथ का पंजा (B) कमल (C) चक्र (D) चक्र के अंदर हलधर 11. निम्न चुनाव चिन्हों में से कौन-सा चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा विधानसभा चुनावों में एक से अधिक राजनीतिक दलों के लिए आरक्षित है? (A) हाथ का पंजा (B) कमल (C) चक्र (D) हाथी 12. भारत में साम्यवाद आधारित दल है– (A) CPI (B) ISP (C) Congress (D) BSP 13. कांग्रेस (I) का चुनाव चिन्ह है– (A) कमल (B) चक्र (C) पंजा (D) मशाल 14. भारत में दलीय पद्धति की एक विशेषता है– (A) द्विदलीय पद्धति (B) बहुदलीय पद्धति (C) साम्प्रदायिक दलों का अभाव (D) क्षेत्रीय दलों का अभाव 15. दलविहीन लोकतंत्र के पक्ष में कौन था? (A) जयप्रकाश नारायण (B) भूपेन्द्र नाथ दत्त (C) एम. एन. राय (D) जवाहर लाल नेहरू 16. निम्नलिखित में से कौन एक क्षेत्रीय दल है? (A) कांग्रेस (B) भाजपा (C) अकाली दल (D) जनता दल (यू.) 17. भारत में मुस्लिम लीग की स्थापना कब हुई? (A) 1908 ई. में (B) 1903 ई. में (C) 1906 ई. में (D) 1905 ई. में 18. किस राजनीतिक दल का चुनाव चिन्ह 1952 के आम चुनाव से अब तक अपरिवर्तित रहा है? (A) CPI (B) CPM (C) BJP (D) SP 19. भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों में से किसे राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता नहीं दी गयी– (A) नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (B) बहुजन समाज पार्टी (C) कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (D) समाजवादी पार्टी 20. निम्नलिखित में से कौन-सा संसदीय सरकार का एक अनिवार्य घटक है? (A) एक दुःसंशोध्य संविधान (B) राजनीतिक दल (पार्टियाँ) (C) एम स्वतंत्र न्यायपालिका (D) एक लिखित संविधान सही उत्तर– 1.(C), 2.(B), 3.(C), 4.(C), 5.(D), 6.(D), 7.(D), 8.(C), 9.(C), 10.(B), 11.(B), 12.(A), 13.(C), 14.(B), 15.(A), 16.(C), 17.(C), 18.(A), 19.(D), 20.(B) राष्ट्रीय आंदोलन की महत्वपूर्ण घटनाएँ ►1904 ~ भारतीय विश्वविद्यालय अधिनियम पारित ►1905 ~ बंगाल का विभाजन ►1906 ~ मुस्लिम लीग की स्थापना ►1907 ~ सूरत अधिवेशन, कांग्रेस में फूट ►1909 ~ मार्ले-मिंटो सुधार ►1911 ~ ब्रिटिश सम्राट का दिल्ली दरबार ►1916 ~ होमरूल लीग का निर्माण ►1916 ~ मुस्लिम लीग-कांग्रेस समझौता (लखनऊ पैक्ट) ►1917 ~ महात्मा गाँधी द्वारा चंपारण में आंदोलन ►1919 ~ रौलेट अधिनियम ►1919 ~ जलियाँवाला बाग हत्याकांड ►1919 ~ मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार ►1920 ~ खिलाफत आंदोलन ►1920 ~ असहयोग आंदोलन ►1922 ~ चौरी-चौरा कांड ►1927 ~ साइमन कमीशन की नियुक्ति ►1928 ~ साइमन कमीशन का भारत आगमन ►1929 ~ भगतसिंह द्वारा केन्द्रीय असेंबली में बम विस्फोट ►1929 ~ कांग्रेस द्वारा पूर्ण स्वतंत्रता की माँग ►1930 ~ सविनय अवज्ञा आंदोलन ►1930 ~ प्रथम गोलमेज सम्मेलन ►1931 ~ द्वितीय गोलमेज सम्मेलन ►1932 ~ तृतीय गोलमेज सम्मेलन ►1932 ~ सांप्रदायिक निर्वाचक प्रणाली की घोषणा ►1932 ~ पूना पैक्ट ►1942 ~ भारत छोड़ो आंदोलन ►1942 ~ क्रिप्स मिशन का आगमन ►1943 ~ आजाद हिन्द फौज की स्थापना ►1946 ~ कैबिनेट मिशन का आगमन ►1946 ~ भारतीय संविधान सभा का निर्वाचन ►1946 ~ अंतरिम सरकार की स्थापना ►1947 ~ भारत के विभाजन की माउंटबेटन योजना ►1947 ~ भारतीय स्वतंत्रता प्राप्ति भारतीय इतिहास – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 1. निम्न में से किसके अंतर्गत भारत में सर्वप्रथम सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना हुई? (A) रेग्युलेटिंग एक्ट, 1773 (B) चार्टर एक्ट, 1853 (C) भारत सरकार अधिनियम, 1935 (D) भारतीय संविधान 2. ‘कायदे आजम’ किसे कहा जाता है? (A) मोहम्मद अली जिन्ना (B) भगत सिंह (C) महात्मा गाँधी (D) जवाहरलाल नेहरू 3. चौरी-चौरा नाम प्रसिद्ध स्थल कहाँ है? (A) गोरखपुर (B) लखनऊ (C) इलाहाबाद (D) आगरा 4. ‘इंकलाब’ का नारा किसने दिया? (A) सुभाष चन्द्र बोस (B) चन्द्रशेखर आजाद (C) भगत सिंह (D) मोहम्मद इकबाल 5. महात्मा गाँधी के राजनीतिक गुरु थे– (A) मदन मोहन मालवीय (B) बाल गंगाधर तिलक (C) लाला लाजपत राय (D) गोपाल कृष्ण गोखले 6. क्रिप्स मिशन (1942) के असफल होने का सबसे महत्त्वपूर्ण कारण कौन-सा था? (A) विंस्टन चर्चिल प्रतिक्रियावादी होना (B) भारतीय रक्षा मंत्री के कार्यों के प्रश्न पर मतभेद होना (C) गाँधी का शांतिवादी (D) क्रिप्स का ग्रहण करने या छोड़ देने वाला दृष्टिकोण 7. सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930 की पराकाष्ठा में गाँधीजी ने किसके साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए? (A) लॉर्ड इरविन (B) लॉर्ड लिनलिथगो (C) लॉर्ड वेवेल (D) लॉर्ड कर्जन 8. भारत छोड़ो आंदोलन कब प्रांरभ हुआ? (A) 9 अगस्त, 1942 (B) 10 अगस्त, 1942 (C) 15 अगस्त, 1942 (D) 16 अगस्त, 1942 9. महात्मा गाँधी की हत्या कब हुई थी? (A) 30 जनवरी 1947 (B) 30 जनवरी 1948 (C) 30 जनवरी 1946 (D) 30 जनवरी 1949 10. साइमन कमीशन का भारत आगमन किस वर्ष में हुआ? (A) 1930 में (B) 1928 में (C) 1925 में (D) 1919 में 11. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का अस्तित्व किस वर्ष में हुआ? (A) 1912 में (B) 1915 में (C) 1918 में (D) 1921 में 12. हंटर आयोग की नियुक्ति की गई थी– (A) काल कोठरी घटना के बाद (B) जालियांवाला बांग हत्याकांड के बाद (C) 1857 के विद्रोह के बाद (D) बंगाल के विभाजन के बाद 13. स्वतंत्र भारत का अंतिम गवर्नर जनरल कौन था? (A) सी. राजगोपालाचारी (B) राजेन्द्र प्रसाद (C) लॉर्ड माउंटबेटन (D) लॉर्ड कैनिंग 14. खिलाफत आंदोलन का आरंभ किया था– (A) फखरुद्दीन अली अहमद (B) मुहम्मद अली जिन्ना (C) अबुल कलाम आजाद (D) अली बंधुओं ने 15. ‘वंदे मातरम्’ गीत लिखा था– (A) रवीन्द्र नाथ टैगोर ने (B) नव गोपाल मित्रा ने (C) बंकिम चन्द्र चटर्जी ने (D) गिरिश चन्द्र घोष ने 16. रोलेट एक्ट 1919 किसके काल में लागू किया गया था? (A) लॉर्ड चेम्सफोर्ड (B) लॉर्ड विलियम (C) लॉर्ड मिन्टो (D) लॉर्ड बेंटिंक 17. प्रथम भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता थे? (A) सी. वी. रमन (B) रवीन्द्र नाथ टैगोर (C) हरगोविंद खुराना ( D ) अमर्त्य सेन 18. लॉर्ड मैकाले संबंधित है– (A) सेना के सुधार से (B) सती प्रथा की समाप्ति से (C) अंग्रेजी शिक्षा से (D) स्थायी बंदोबस्त से 19. पूना समझौता (1932) किसके बीच हुआ था? (A) गांधी और अम्बेडकर (B) मालवीय और अम्बेडकर (C) गांधी और नेहरू (D) नेहरू और अम्बेडकर 20. वर्ष 1947 में भारत का पहला प्रधानमंत्री किसके द्वारा नियुक्त किया गया? (A) गवर्नर जनरल (B) भारत के राष्ट्रपति (C) महात्मा गांधी (D) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की अध्यक्षता में एक समिति सही उत्तर- 1.(A), 2.(A), 3.(A), 4.(D), 5.(D), 6.(D), 7.(A), 8.(A), 9.(B), 10.(B) 11.(D), 12.(B), 13.(A), 14.(D), 15.(C), 16.(A), 17.(B), 18.(C), 19.(A), 20.(A) प्रतियोगिताओं के लिए उपयोगी प्रश्न:~ 1. मधुमक्खियों का प्रजनन एवं प्रबंधन कहलाता है ? उत्तर : एपीकल्चर 2. रक्त के थक्का बनने में सहायक विटामिन है ? उत्तर : K 3. कैल्शियम एल्युमिनेट तथा कैल्सयम सिलिकेट का मिश्रण कहलाता है उत्तर : सीमेंट 4. खट्टे फलों में होता है उत्तर : साइट्रिक अम्ल 5. कार्य की इकाई है उत्तर : जूल 6. क्लोरो-फ्लोरो कार्बन को किस नाम से जाना जाता है ? उत्तर : फ्रेआॅन 7. एक मात्र अम्ल जो स्वर्ण को घोलता है उत्तर : एक्वा रेजिया 8. आधुनिक परमाणु सिद्धांत का प्रणेता माना जाता है उत्तर : जॅान डॅाल्टन को 9. सेब को दाँतों से काटने के लिए किस प्रकार के दाँतों का उपयोग होता है उत्तर : कृन्तक 10. कौन-से दो रंगों को मिश्रित करने से हरा रंग तैयार होता है उत्तर : नारंगी और बैंगनी 11. RNA का अभिप्राय है उत्तर : Ribo Nucleic Acid 12. लोलक का संचलन क्या कहलाता है उत्तर : दोलन गति 13. वायुमंडल में उपस्थित कुल गैसों का कितना प्रतिशत नाइट्रोजन होता है ? उत्तर : 78% 14. किसका प्रयोग चिकित्सक रोगियों की जांच में करते है उत्तर : स्टेथोस्कोप 15. मलेरिया संबंधित है उत्तर : ज्वर से 16. रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने वाला हार्मोन है उत्तर : इन्सुलिन 17. कैल्शियम हाइड्रॅाक्साइड का प्रयोग करके मोर्टार के प्लास्टर का निर्माण किया जाता इसे किस नाम से जाना जाता है ? उत्तर : चूना जल 18. प्रकाश संश्लेषण में सहायक, पत्तियों के हरे पदार्थ को क्या कहते है ? उत्तर : क्लोरोफिल 19. पीतल हवा में किस गैस की उपस्थिति के कारण बदरंग हो जाता है ? उत्तर : ऑक्सीजन 20. ‘बार’ किसकी इकाई है ? उत्तर : वायुमंडलीय दाब 21. ठोस से सीधे वाष्प अवस्था में पदार्थ के रूपांतरण को कहा जाता है उत्तर : उदात्तीकरण 22. किसकी परत बनने के कारण चाँदी बदरंग हो जाता है उत्तर : सल्फाइड परत 23. चेचक होने की वजह है उत्तर : वायरस 24. प्रतिरोध की SI इकाई है उत्तर : ओम 25. सबसे व्यस्क मानव अंग है उत्तर : दिल 26. बेकरी में साधारण तथा उपयोग किये जाने वाला बेकिंग सोडा वास्तव में है उत्तर : सोडियम बाइकार्बोनेट 27. आनुवंशिकता की इकाई है उत्तर : जीन 28. आनुवंशिकता के नियम की खोज की उत्तर : ग्रेगरी मेंडल 29. कोशिका झिल्ली पाई जाती है उत्तर : पादप एवं पशु कोशिका दोनों में 30. पानी की स्थायी कठोरता दूर की जा सकती है उत्तर : पोटैशियम परमैग्नेट को डालकर 31. पानी का अधिकतम घनत्व होता है उत्तर : 4°C पर 32. निकट दृष्टि दोष दूर करने के लिए किसका उपयोग किया जाता है उत्तर : अवतल लेंस 33. मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी है उत्तर : महाधमनी 34. सौर प्रणाली में सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह है उत्तर : गैनीमीड 35. शरीर के किस अंग में आयोडीन संचित रहता है उत्तर : थायरॅायड ग्रंथि 36. समतल दर्पण की नाभिक कितनी होती है उत्तर : अनन्त 37. ध्वनि की प्रबलता किस पर निर्भर करती है ? उत्तर : आयाम 38. चाय में कौन-सा उत्तेजक विद्यमान रहता है उत्तर : कैफीन 39. फाइलेरिया रोग किसके कारण होता है उत्तर : कृमि 40. मानव मूत्र होता है उत्तर : अम्लीय 41. विटामिन-A का रासायनिक नाम है उत्तर : रेटिनॅाल 42. क्रायोजेनिक इंजनों का अनुप्रयोग कहाँ किया जाता है ? उत्तर : रॅाकेट टेक्नोलॉजी 43. पलको के किनारे कौन-सी ग्रंथियाँ पाई जाती है उत्तर : मीबोमियन 44. मनुष्य की आहार नाल के किस भाग में कोई एंजाइम नहीं पाया जाता है उत्तर : ग्रसिका 45. आमाशय की दीवार से कौन-सा एंजाइम निकलता है उत्तर : गैस्ट्रिन 46. रूधिर किस प्रकार का एक उत्तक है उत्तर : संयोजी उत्तक 47. साइटोकाइनेसिस में किसका विभाजन होता है ? उत्तर : कोशिका द्रव्य 48. साँप का जहर है उत्तर : प्रोटीन 49. किस संघ की जातियों की संख्या सबसे अधिक है उत्तर : आर्थोपोडा 50. मानव शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है उत्तर : ऑक्सीजन 51. मनुष्य के रक्त चाप को किस धमनी से मापा जाता है उत्तर : ब्रैंकियल धमनी 52. हास्य गैस का रासायनिक नाम है उत्तर : नाइट्रस ऑक्साइड 53. कैल्कुलस के आविष्कारक है उत्तर : आइजेक न्यूटन 53. शकरकंद किसका रूपांतरण है उत्तर : जड़ 54. एड्स के विषाणु किसे नष्ट कर देते है ? उत्तर : लिम्फोसाइट 55. उंगली के नाखून में विद्यमान प्रोटीन है उत्तर : ग्लोबिन 56. पक्षियों को उड़ने की प्रक्रिया कहलाती है उत्तर : ब्रेलिंग 57. एन्जाइम के प्रोटीन भाग को क्या कहते है उत्तर : एपोएन्जाइम 58. किस हार्मोन को ‘आपातकालिक हार्मोन’ कहते है उत्तर : ऐड्रिनलीन 59. बुद्धि का केंद्र स्थित है उत्तर : प्रमस्तिष्क में 60. कौन-सा एंजाइम एक्त का थक्का बनने में सहायता करता है उत्तर : रेनिन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति 1. कौन ‘लोहितवादी’ के उपनाम से प्रसिद्ध हुए? – गोपाल हरि देशमुख 2. 1857 के विद्रोह के समय जगदीशपुर में विद्रोहियों का नेतृत्व किसने किया था? – कुँवर सिंह ने 3. सल्तनत काल में ‘दार-उल-शफा’ क्या होता था? – चिकित्सालय 4. ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक विभाग, जो कृषि से सम्बन्धित था, किसने स्थापित किया था? – मुहम्मद बिन तुगलक ने 5. अकबर ने सर्वप्रथम दक्षिण भारत के किस राज्य पर आक्रमण किया था? – अहमदनगर पर 6. पानीपत के तृतीय युद्ध के समय पेशवा कौन था? – बालाजी बाजीराव 7. विक्रमशिला महाविहार की स्थापना किस वंश के शासकों द्वारा करवाई गई थी? – पालवंश के शासकों द्वारा 8. तमिल में ‘तोलकाप्पियम’ किस विषय से सम्बन्धित पुस्तक है? – तमिल व्याकरण से 9. सूर्य देवी गायत्री को सम्बोधित गायत्री मंत्र किस ग्रंथ में है? – ऋग्वेद संहिता में 10. औरंगजेब ने किस सिख गुरु को फाँसी दी? – गुरु तेगबहादुर को भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन 11. ‘पूर्ण स्वराज’ की शपथ कांग्रेस के किस अधिवेशन में ली गई? – लाहौर अधिवेशन (1929) में 12. किस वायसराय की अंडमान यात्रा के दौरान एक कैदी द्वारा हत्या करा दी गई थी? – लॉर्ड मेयो 13. ‘भारतीय प्रेस के मुक्तिदाता’ किनको कहा जाता है? – सर चार्ल्स मेटकाफ तथा लॉर्ड मैकॉले को 14. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सूरत अधिवेशन के अध्यक्ष कौन थे? – रास बिहारी घोष 15. बाल गंगाधर तिलक को भारतीय अशान्ति का जनक किसने कहा था? – वेलेंटाइन चिरोल ने 16. 1904 में लंदन में ‘अभिनव भारत’ की स्थापना किसने की थी? – विनायक दामोदर सावरकर ने 17. असहयोग आंदोलन शुरू करते समय भारत का वायसराय कौन था? – लॉर्ड चेम्सफोर्ड 18. दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद महात्मा गाँधी ने प्रथम सफल सत्याग्रह आंदोलन कहाँ प्रारंभ किया? – चम्पारन में 19. भारत की राजधानी कोलकाता (कलकत्ता) से दिल्ली किस वर्ष परिवर्तित की गई? – 1911 ई. में 20. 23 दिसम्बर, 1912 को भारत के गर्वनर जनरल लॉर्ड हार्डिंग पर दिल्ली के चाँदनी चौक में निकल रहे जुलूस पर बम फेंकने वालों का नेता कौन था? – रास बिहारी बोस भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था 21. किसका कथन है कि अनुच्छेद 356 एक मृतपत्र की भाँति रहेगा इसका प्रयोग अंतिम साधन के रूप में किया जायेगा? – डॉ. बी. आर. अम्बेडकर 22. भारत के संविधान को कब पारित किया गया? – 26 नवम्बर, 1949 को 23. संविधान के किस संशोधन द्वारा उसमें ‘समाजवादी, ‘धर्मनिरपेक्ष’ तथा ‘अखंडता’ शब्द जोड़े गए? – 42वें 24. सम्पत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकारों की सूची से हटाकर वैद्यानिक अधिकार किस संविधान संशोधन द्वारा बनाया गया? – 44वें 25. व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए नागरिक किस अधिकारी के पास जा सकता है? – सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय 26. किस लेख (Writ) का शाब्दिक अर्थ है-‘आपका अधिकार क्या है?’ – लेख(Quo-Warranto Writ) का 27. सुप्रीम कोर्ट एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को किस प्रक्रिया द्वारा हटाया जा सकता है? – संसद द्वारा महाभियोग पारित करके 28. किस प्रकार के विधेयक पर राष्ट्रपति को अनिवार्य रूप से बिना पुनर्विचार हेतु भेजे हस्ताक्षर करने पड़ते हैं? – वित्त विधेयक पर 29. उप राष्ट्रपति संसद के किस सदन का पदेन सभापति होता है? – राज्य सभा का 30. लोक सभा के सामान्य कार्यकाल को 5 वर्ष से अधिक करने का अधिकार किसे प्राप्त है? – संसद को केवल राष्ट्रीय संकट के समय 31. तीन प्रमुख अखिल भारतीय सेवाएँ कौन-सी हैं? – भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा एवं भारतीय पुलिस सेवा 32. संविधान सभा द्वारा बनायी गयी समितियों में संघ शक्ति समिति के अध्ययक्ष कौन थे? – पं. जवाहरलाल नेहरू 33. किस दिन संविधान सभा ने राष्ट्रीय ध्वज को अपनाया? – 22 जुलाई, 1947 को 34. 26 नवम्बर, 1950 को अपनाये गये संविधान में कितने अनुच्छेद एवं अनुसूचियाँ थीं? – 395 अनुच्छेद एवं 8 अनुसूचियाँ 35. विधि के समक्ष समता का अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद में दिया गया है? – अनुच्छेद 14 में भारतीय अर्थव्यवस्था 36. भारत में वित्त आयोग के गठन का प्रावधान संविधान के किस अनुच्छेद में है? – अनुच्छेद 280 में 37. योजना अयोग का पदेन अध्यक्ष कौन होता है? – भारत का प्रधानमंत्री 38. बैंक नोट प्रेस कहाँ स्थित है? – देवास में 39. स्टील ऑथोरिटी की स्थापना कब की गई थी? – 1973 में 40. राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) की स्थापना किस पंचवर्षीय योजना की अवधि में की गई थी? – छठवीं पंचवर्षीय योजना में 41. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) किस रूप में होती है? – बुक-कीपिंग एण्ट्री के रूप में 42. वर्तमान में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का स्वामित्व किसके हाथ में हैं? – भारत सरकार के हाथ में 43. अंतर्राष्ट्रीय निवेश विवाद निपटारा केन्द्र (ICSID) का सम्बन्ध किस अंतर्राष्ट्रीय संगठन से है? – विश्व बैंक (WB) से 44. नौवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य लक्ष्य था – न्यायपूर्ण वितरण एवं समानता के साथ विकास 45. ‘स्वर्ण जयंती ग्रामीण स्वोजगार योजना’ पर होने वाले व्यय को केन्द्र एवं राज्य सरकार किस अनुपात में वहन करती है – 75:25 के आधार पर भूगोल 46. क्षेत्रफल की दृष्टि से विश्व का पाँचवाँ सबसे बड़ा देश कौन-सा है? – ब्राजील 47. लडोगा झील किस देश में स्थित है? – रूस में 48. हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड का मुख्यालय कहाँ पर स्थित है? – मुंबई में 49. सलाल जल विद्युत परियोजना किस राज्य तथा किस नदी पर है? – जम्मू कश्मीर 50. नर्मदा नदी का उद्गम स्थान कहाँ है? – अमरकंटक में 51. चम्बल, केन, बेतवा किस नदी की महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ है? – यमुना नदी की 52. पश्चिमी घाट और पूर्वीघाट पर्वत श्रेणियाँ किस पर्वत श्रेणी पर मिलती हैं? – पालनी पर्वत श्रेणी पर 53. प्रधान मध्याह्न रेखा (Prime Meridian Line) ग्रीनविच से गुजरती है। यह स्थान किस देश में है? – इंग्लैंड में 54. दहाड़ता चालीसा (Roaring forties) क्या है? – दक्षिणी गोलार्द्ध में 40° अक्षांश के पास चलती हुई तेज पछुआ हवाएँ 55. ‘सना’ किस देश की राजधानी है? – यमन की विधि एवं न्याय 56. उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बनने के लिये किसी व्यक्ति को कम से कम कितने साल के लिये उच्च नयायालय का न्यायाधीश होना आवश्यक है? – कम से कम 5 साल 57. अनुच्छेद 143 के अंतर्गत राष्ट्रपति को किन दो श्रेणियों में उच्चतम न्यायालय से राय लेने का अधिकार है? – सार्वजनिक महत्व के किसी मसले पर विधिक प्रश्न उठने पर एवं किसी पूर्व संवैधानिक संधि समझौता आदि मामलों पर विवाद उत्पन्न होने पर 58. किस मामले में उच्चतम न्यायालय ने कहा कि ‘परामर्श’ का मतलब सहमति नहीं, वरन् विचारों का आदान-प्रदान है? – प्रथम न्यायाधीश मामला (1982) 59. कौन संवैधानिक संशोधन अधिनियम अखिल भारतीय विधिक सेवा के निर्माण की व्याख्या का प्रावधान करता है? – 42वाँ संशोधन अधिनियम 1976 60. यह किसकी शपथ के प्रारूप का भाग है-”मैं सम्यक प्रकार से और श्रद्धापूर्वक तथा पूरी योग्यता ज्ञान और विवेक से अपने पद के कर्तव्यों का भय या पक्षपात अनुराग या द्वेष के बिना पालन करूँगा” – केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त 61. किस अनुच्छेद के अंतर्गत तदर्थ न्यायाधीशों की नियुक्ति की जाती है? – अनुच्छेद 127 62. प्रथम बार लोकपाल विधेयक संसद में किस वर्ष में प्रस्तुत किया गया? – वर्ष 1968 में 63. संविधान की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने के लिये वर्ष 2000 में बनाये गये आयोग के अध्यक्ष कौन थे? – श्री एम. एन. वैंकटचलैया 64. सर्वप्रथम लोकायुक्त का गठन 1971 में किस राज्य में किया गया? – महाराष्ट्र में 65. राज्य की लोक सेवाओं में न्यायापालिका को कार्यपालिका से पृथक करने का प्रावधान किस अनुच्छेद के अंतर्गत किया गया है? – अनुच्छेद 50 के खेल 66. खेलों की रानी किसे कहा जाता है? – एथलेटिक्स को 67. पंच, कट, नॉक-ऑउट, फ्लाईवेट शब्द किस खेल में प्रयोग किए जाते हैं? – बॉक्सिंग में 68. रावल पिंडी एक्सप्रेस किस क्रिकेट खिलाड़ी का निक-नेम है? – शुएब अख्तर 69. वॉलीबाल खेल का अविष्कार किस देश में हुआ? – अमेरिका में 70. दक्का लगाने वाली प्रथम भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी कौन है? – शांता रंगास्वामी 71. बाइचुंग भूटिया किस राज्य के हैं? – सिक्किम राज्य के 72. धनुर्विद्या (आर्चरी) किस देश का राष्ट्रीय खेल है? – भूटान का 73. नई दिल्ली का अम्बेडकर स्टेडियम किस खेल से सम्बन्धित है? – फुटबॉल से 74. सान्या रिचर्ड्स किस खेल की विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं? – एथलीटिक्स की 75. कोनेरू हम्पी किस खेल की प्रमुख खिलाड़ी है? – शतरंज (चैस) की कृषि 76. संयुक्त राष्ट्र संघ ने किस वर्ष को आलू वर्ष के रूप में मनाया – वर्ष 2008 को 77. देश का ‘प्रथम’ राज्य कृषि विश्वविद्यालय कौन-सा है? – पं. गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय पंतनगर 78. भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ की स्थापवना कब की गयी थी? – 2 अक्टूबर 1958 को 79. देश का ‘प्रथम’ कृषि विज्ञान केन्द्र कहाँ पर स्थित है – पुदुचेरी (पांडिचेरी) 80. गाजर किस विटामिन का अच्छा स्त्रोत है? – विटामिन ‘A’ का 81. आम की ‘रूमानी’ प्रजाति कौन-सी है? – ऑफ सीजन वैराइटी 82. ‘सोडियम बेन्जोएट’ किसके फल उत्पाद संरक्षण हेतु प्रयुक्त होता है? – अमरूद जैली (Guava Jelly) 83. आलू (Potato) की कौन-सी प्रजाति ‘चिप्स’ (Chips) के लिए उपयुक्त है? – चिप्सोना-1, 2 व 3 84. भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की स्थापना कब हुई थी? – 1905 में 85. भारत में ‘हरित क्रान्ति’ का आगमन किस योजना के अंतर्गत हुआ? – तृतीय पंचवर्षीय योजना सामान्य विज्ञान 86. घेंघा रोग किसकी कमी से होता है? – थाइरॉक्सीन की कमी से 87. प्रतिजैविक पेनिसिलीन किससे प्राप्त की जाती है? – कवक (Fungus) से 88. विक्रम साराभाई स्पेस सेन्टर कहाँ है? – तिरुवनन्तपुरम् में 89. एअरकंडीशनर किसको नियंत्रित करता है? – ताप तथा आर्द्रता को 90. कम्प्यूटर के सम्बन्ध में DOS का क्या अर्थ है? – डिस्क ऑपरेटिंग सिस्टम 91. विश्व के सबसे बड़े कम्प्यूटर नेटवर्क का क्या नाम है? – इन्टरनेट 92. मिश्र धातु ‘बैल धातु’ में क्या होता है? – ताँबा (80%) तथा टिन (20%) 93. जीवन रक्षक हॉर्मोन्स किस ग्रन्थि से स्रावित होते हैं? – एड्रीनल से 94. नियासिन की कमी से किस रोग की संभावनाएँ होती हैं? – पैलाग्रा की 95. एक मेगावाट घंटा (mWh) कितने जूल के बराबर होता है? – 3.6×109 जूल 96. एड्स (AIDS) की बीमारी किसके द्वारा फैलती है? – विषाणु (Virus) द्वारा 97. ‘पारसेक’ (Parsec) किसकी इकाई है? – खगोलीय दूरी की 98. पॉवर एल्कोहल किसे कहते हैं? – बेंजीन, पेट्रोल तथा एथिल एल्कोहल के मिश्रण को 99. कौन-सी अधातु विद्युत की सर्वाधिक चालक होती है? – ग्रेफाइट 100. किस गैस को हँसाने वाली गैस कहते हैं? – नाइट्रस ऑक्साइड अति महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्त्तर 1. मनुष्य ने सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया। Ans. तांबा 2. भारत का भूगोल नामक पुस्तक किसने लिखी। Ans. टॉलमी 3. सुभाष चंद्र बोस का सर्वप्रथम नेताजी किसने कहा था। Ans. एडोल्फ हिटलर 4. महात्मा गांधी को अधनंगा फकीर किसने कहा था। Ans. चर्चील 5. बल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि किस आंदोलन के बाद प्रदान की थी। Ans. बारदोली सत्याग्रह 6. जय हिंद का नारा किसने दिया था। Ans. सुभाष चंद्र बोस 7. ‘भारत को तलवार के बल पर विजित किया गया है, और तलवार के बल ही इसकी रक्षा की जाएगी’ यह कथन है। Ans. लॉर्ड एल्गिन 8. जनवरी 1879 में ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया को किस उपाधी से सम्मानित करने के लिए दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया। Ans. कैसर-ए-हिंद 9. चौदहवीं लोकसभा के अध्यक्ष कौन थे। Ans. सोमनाथ चटर्जी 10. सरिस्का में बाघों के विलुप्त होने की घटना की जांच हेतु केंद्र सरकार ने किसकी अध्यक्षता में कार्यदल बनाया है। Ans. सूनीता नारायण 11. पहली लोकसभा के अध्यक्ष कौन थे। Ans. गणो वासुदेव मावलंकर, एम अनंतशयनम आयंगर 12. प्रथम लोकसभा का गठन कब हुआ था। Ans. 6 मई 1952 13. विदेशों के लिए भारतीय राजदूतों को नियुक्त कौन करता है। Ans. राष्ट्रपति 14. राष्ट्रपति को क्षमादान की शक्ति संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत दी गई है। Ans. अनुच्छेद72 15. झंडा समिति के अध्यक्ष कौन थे। Ans. जे.बी.कृपलानी 16. संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल कितना समय लगा। Ans. दो वर्ष, 11 माह, 18 दिन 17. संविधान सभा का गठन कब किया गया। Ans. जुलाई 1946 18. अभ्रक के उत्पादन में भारत का विश्व में कौनसा स्थान है। Ans. प्रथम 19. देश में सर्वाधिक सोना किस राज्य से प्राप्त होता है। Ans. कर्नाटक 20. आधुनिक ओलम्पिक खेल प्रतियोगिता का प्रारंभ कब हुआ। Ans. 1896 ई. 21. भारतीय ओलम्पिक परिषद की स्थापना कब हुई। Ans. 1924 ई. 22. ओलम्पिक मशाल जलाने की प्रथा कब से शुरू हुई। Ans. 1928 ई. (एम्सटर्डम ओलम्पिक) 23. ओलम्पिक खेलों का टीवी पर विस्तृत प्रसारण कब से शुरू हुआ। Ans. 1960 ई. से 24. राष्ट्रमंडल खेलों की शुरूआत कब से हुई। Ans. 1930 ई. 25. भारत ने पहली बार कब राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लिया। Ans. 1934 ई. (दूसरे राष्ट्रमंडल खेल) 26. एशियाई खेल का प्रारंभ कब व कहां हुआ। Ans. 4 मार्च 1951 ई. को नई दिल्ली में 27. क्रिकेट खेल का जन्मदाता कौनसे देश को माना जाता है। Ans. इंग्लैंड 28. फुटबॉल खेल का जन्म कहां हुआ। Ans. इंग्लैंड 29. वॉलीबॉल का जन्म किस देश में माना जाता है। Ans. संयुक्त राज्य अमेरीका 30. आधुनिक गोल्फ की सर्वप्रथम शुरूआत कहां हुई। Ans. स्कॉटलैंड 31. अमेरीका का राष्ट्रीय खेल कौनसा है। Ans. बेसबॉल 32. सांड युद्ध कौनसे देश का राष्ट्रीय खेल है। Ans. स्पेन 33. चीन का राष्ट्रीय खेल कौनसा है। Ans. टेबल टेनिस 34. क्रिकेट कौनसे देश का राष्ट्रीय खेल है। Ans. इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया 35. भूटान का राष्ट्रीय खेल कौनसा है। Ans. तीरंदाजी 36. बैडमिंटन कौनसे देश का राष्ट्रीय खेल है। Ans. मलेशिया 37. पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल कौनसा है। Ans. हॉकी 38. घुड़सवारी खेल के मैदान का क्या कहा जाता है। Ans. एरीना 39. साइकिलिंग के मैदान का क्या कहा जाता है। Ans. वेलोड्रम 40. बोरलॉग पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है। Ans. कृषि क्षेत्र 41. व्यास सम्मान का संबंध किस क्षेत्र से है। Ans. साहित्य क्षेत्र 42. नोबेल पुरस्कार किन क्षेत्रों में दिया जाता है। Ans. चिकित्सा, साहित्य, शांति, रसायन, भौतिकी (1901 से ) और अर्थशास्त्र (1969) 43. नोबेल पुरस्कार किसकी याद में दिया जाता है। Ans. वैज्ञानिक अल्फ्रेड बर्नहार्ड नोबेल 44. फिल्म जगत में दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित अंतर्रराष्ट्रीय पुरस्कार कौनसा है। Ans. ऑस्कर 45. विश्व में पत्रकारिता के क्षेत्र में दिया जाने वाला पुरस्कार कौनसा है। Ans. पुलित्जर 46. भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार कौनसा है। Ans. भारत रत्न 47. एशिया का नोबेल पुरस्कार किसे कहा जाता है। Ans. रमन मैग्सेसे पुरस्कार 48. भारत में वीरता के लिए सैनिकों को दिया जाने वाला सवोच्य पुरस्कार कौनसा है। Ans. परमवीर चक्र 49. गांधी शांति अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार कब शुरू किया गया। Ans. 1995 में 50. देश में कलिंग पुरस्कार कब शुरू किया गया। - 1952 में 51. ग्रेमी पुरस्कार का संबंध किस क्षेत्र से है। Ans. संगीत क्षेत्र 52. कश्मीर का अकबर किसे कहा जाता है। Ans. जैनुल आबदीन 53. यामिनी कृष्णमूर्ति का संबंध किस शास्त्रीय नृत्य से है। Ans. भरतनाट्यम् 54. हेमामालिनी, श्रीदेवी का संबंध किस शास्त्रीय नृत्य से है। Ans. मोहिनीअट्टम 55. लच्छू महाराज का संबंध किस शास्त्रीय नृत्य से है। Ans. कत्थक 56. गोवा दिवस कब मनाया जाता है। Ans. 19 दिसम्बर 57. गुजरात एवं महाराष्ट्र दिवस कब मनाया जाता है। Ans. एक मई 58. जलसेना का प्रधान कौन होता है। Ans. ऐडमिरल 59. थलसेना का प्रधान कौन होता है। Ans. जनरल 60. भारत की संसद किनसे मिलकर बनती है। Ans. राष्ट्रपति, राज्य सभा व लोक सभा 61. राज्य सभा के सदस्यों का कार्यकाल कितना होता है। Ans. छह वर्ष 62. संविधान के किस अनुच्छेद में उपराष्ट्रपति निर्वाचित होता है। Ans. अनुच्छेद 63 63. कैबिनेट मंत्रियों में सबसे बड़ा कार्यकाल किस का रहा है। Ans. जगजीवन राम (लगभग 32 वर्ष) 64. सबसे कम समय तक एक कार्यकाल में प्रधानमंत्री रहे। Ans. अटल बिहारी वाजपेयी (13 दिन) 65. प्रधानमंत्रीयों में सबसे बड़ा कार्यकाल किनका रहा। Ans. जवाहर लाल नेहरू (16 वर्ष नौ माह 13 दिन) 66. संविधान में उपराष्ट्रपति से संबंधित प्रावधान किस देश के संविधान से लिया गया है। Ans. अमेरिका के संविधान से 67. राज्य सभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या कितनी हो सकती है। Ans. 250 68. लोक सभा में राष्ट्रपति द्वारा कितने सदस्य मनोनित होते हैं। Ans. दो 69. राज्य सभा में राष्ट्रपति द्वारा कितने सदस्य मनोनित किये जाते हैं। Ans. 12 70. मरुभूमि विकास कार्यक्रम किस वर्ष शुरू किया गया। Ans. 1977-78 71. जवाहर रोजगार योजना किस वर्ष शुरू की गई। Ans. 1989 72. राष्ट्रीय रोजगार गारंटी कार्यक्रम कब शुरू हुआ। Ans. 2006 73. देश में पहला लौह इस्पात कारखान कहां पर स्थापित किया गया। Ans. कुल्टी (पश्चिम बंगाल में 1874) 74. भारत का रूर किस पठार को कहा जाता है। Ans. छोटानागपुर का पठार 75. संविधान सभा की संचालन समिति का अध्यक्ष कौन था। Ans. डॉ. राजेंद्र प्रसाद 76. कौनसी देशी रियासत थी जिसके प्रतिनिधि संविधान सभा में सम्मलित नहीं हुए थे। Ans. हैदराबाद 77. नासिरूद्दीन महमूद ने बलबन को कौनसी उपाधि प्रदान की। Ans. उलूंग खां 78. भारत का कौनसा शासक था जिसने बगदाद के खलीफा से सुल्तान पद की वैधानिक स्वीकृति प्राप्त की। Ans. इल्तुतमिश 79. सर्वप्रथम फासिस्ट का उदय कहां पर हुआ था। Ans. इटली में 80. तुर्की का पिता के उपनाम से किसे जाना जाता है। Ans. मुस्तफा कमालपाशा 81. रेड इंडियन कहां के निवासी थे। Ans. अमेरिका 82. किस एक्ट में लड़की के लिए विवाह की उम्र 18 वर्ष निर्धारित की गई। Ans. शारदा एक्ट (1930) 83. राजा राम मोहन राय को राजा की उपाधि किसने प्रदान की। Ans. अकबर द्वितीय 84. मोहम्मद अली जिन्ना को कायदे आजम की उपाधी किसने प्रदान की। Ans. महात्मा गांधी 85. कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान किस राज्य में है। Ans. उत्तराखंड 86. महलों का शहर के नाम से कौनसा शहर जाना जाता है। Ans. कोलकाता 87. गंगासागर परियोजना किस नदी पर स्थित है। Ans. चंबल (मध्यप्रदेश) 88. अखबारी कागज बनाने का सरकारी कारखाना कहां पर है। Ans. नेपानगर (मध्य प्रदेश) 89. भारत में कागज बनाने का पहला कारखाना कहां पर खोला गया। Ans. ट्रंकवार में (1716) 90. किसके वेतन पर आयकर नहीं लगता है। Ans. राष्ट्रपति 91. मंत्रिपरिष्द सामूहिक रूप से किसके प्रति उत्तरदायी होती है। Ans. लोक सभा 92. किस राष्ट्रपति के निर्वाचन के समय दूसरे चक्र की मतगणना करनी पड़ी। Ans. वी.वी. गिरि 93. संविधान के किस अनुच्छेद में प्रधानमंत्री की नियुक्ति वर्णित है। Ans. अनुच्छेद 75 94. राज्य सभा की सदस्यता के लिए न्यूनतम उम्र सीमा कितने वर्ष है। Ans. 30 वर्ष 95. वर्तमान में संघ सूची में कितने विषय सम्मिलित है। Ans. 98 96. वर्तमान में राज्य सूची में कितने विषय शामिल हैं। Ans. 62 97. वर्तमान में समवर्ती सूची में कितने विषय हैं। Ans. 52 98. रियासतों को भारत में सम्मिलित करने के लिए किसके नेतृत्व में रियासती मंत्रालय बनाया गया। Ans. सरदार बल्लभ भाई पटेल 99. दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का दर्जा संविधान के किस संशोधन के द्वारा दिया गया है। Ans. संविधान के 69वें संशोधन में 100. भारतीय संविधान में संसदात्मक शासन प्रणाली, एकल नागरिकता एवं विधि निर्माण प्रक्रिया किस देश से ली गई है। Ans. ब्रिटेन 101. भारतीय संविधान में नीति निर्देशक तत्व किस देश से लिए गए हैं। Ans. आयरलैंड 102. भारतीय संविधान में मौलिक अधिकार किस देश से लिए गए हैं। Ans. अमेरिका 103. भारतीय संविधान में संशोधन की प्रक्रिया किस देश से ली गई है। Ans. दक्षिण अफ्रीका 104. भारतीय संविधान में आपातकाल के प्रवत्र्तन के दौरान राष्ट्रपति को मौलिक अधिकार संबंधी शक्तियां किस देश से ली गई हैं। Ans. जर्मनी 105. पाकिस्तान के लिए पृथक संविधान सभा की स्थापना की घोषण कब की गई। Ans. 26 जुलाई 1947 106. मनुष्य में गुणसूत्रों की संख्या कितनी होती है। Ans. 46 107. राज्यपाल पद ग्रहण करने से पूर्व किसके समक्ष शपथ लेता है। Ans. उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अथवा वरष्ठितम न्यायाधीश 108. उत्तराखंड की स्थापना कब हुई। Ans. 2000 ई. 109. संविधान लागू होने के समय संघ सूची में कितने विषय शामिल थे। Ans. 97 110. संविधान लागू होने के समय राज्य सूची में कितने विषय शामिल थे। Ans. 66 111. संविधान लागू होने के समय संघ सूची में कितने विषय शामिल थे। Ans. 47 112. सिक्कों की ढलाई सर्वाधिक किसके शासन काल में हुई। Ans. औरंगजेब 113. रेडक्रास की स्थापना किसने की। Ans. हेनरी ड्यूनेंट 114. न्याय दर्शन के संस्थापक कौन थे। Ans. महर्षि गौतम 115. आनंद वन की स्थापना किसने की। Ans. बाबा आम्टे 116. स्काउटिंग की स्थापना किसने की। Ans. वेडन पावेल 117. शेरोन लोवेन (यूएसए) का संबंध किस शास्त्रीय नृत्य से है। Ans. ओडिसी 118. राजीव गांधी का समाधी स्थल किस नाम से जाना जाता है। Ans. वीर भूमि 119. महाप्रयाण घाट किसका समाधि स्थल है। Ans. डॉ. राजेंद्र प्रसाद 120. . पालवंश का संस्थापक कौन था। Ans. गोपाल 121. गुर्जर प्रतिहार वंश का संस्थापक कौन था। Ans. नागभट्ट प्रथम 122. गहड़वाल (राठौर) वंश का संस्थापक कौन था। Ans. चन्द्रदेव 123. चौहान वंश का संस्थापक कौन था। Ans. वासुदेव 124. परमार वंश का संस्थापक कौन था। Ans. उपेन्द्रराज 125. चन्देल वंश का संस्थापक कौन था। Ans. नन्नुक 126. सोलंकी वंश (गुजरात का चालुक्य) वंश का संस्थापक कौन था। Ans. मूलराज प्रथम 127. गजनी साम्राज्य का संस्थापक कौन था। Ans. अलप्तगीन 128. गुलाम वंश की स्थापना किसने की। Ans. कुतुबुद्दीन ऐबक 129. खिलजी वंश की स्थापना किसने की। Ans. जलालुद्दीन खिलजी 130. सैय्यद वंश का संस्थापक कौन था। Ans. खिज्र खां 131. लोदी वंश का संस्थापक कौन था। Ans. बहलोल लोदी 132. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की। Ans. हरिहर एवं बुक्का 133. बहमनी राज्य की स्थापना किसने की। Ans. हसनगंगू ने 134. मुगल वंश का संस्थापक कौन था। Ans. बाबर 135. सूर साम्राज्य का संस्थापक कौन था। Ans. शेरशाह सूरी 136. मराठा साम्राज्य का संस्थापक कौन था। Ans. शिवाजी 137. भागवद्गीता, योगवशिष्ठ, उपनिषद् एवं रामायण का फारसी अनुवाद किसने करवाया। Ans. दाराशिकोह 138. धरमट का युद्ध किसके बीच हुआ। Ans. दाराशिकोह एवं औरंगजेब के मध्य 139. औरंगजेब को किस नाम से जाना जाता था। Ans. जिंदा पीर 140. . मराठा साम्राज्य के संस्थापक कौन थे। Ans. शिवाजी 141. शिवाजी द्वारा लगाए गए दो कर कौनसे थे। Ans. चौथ, सरदेशमुखी 142. लम्पट मूर्ख किसे कहा जाता था। Ans. जहांदार शाह को 143. रंगीला बादशाह किसे कहा जाता था। Ans. मुहम्मदशाह को 144. ईरान का नेपोलियन किसे कहा गया। Ans. नादिरशाह को 145. मुगल दरबार में आने वाला प्रथम अंग्रेज कौन था। Ans. कैप्टन हॉकिन्स 146. गुरुमुखी लिपी का आरंभ किसने किया। Ans. गुरु अंगद ने 147. खालसा पंथ की स्थापना किसने की। Ans. गुरु गोविन्द सिंह ने 148. फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना किसने की। Ans. लार्ड वेलेजली ने 149. भारत में पहली बार सार्वजनिक निर्माण विभाग की स्थापना किसने की। Ans. लार्ड डलहौजी ने 150. अजमेर में मेयो कॉलेज की स्थापना किसने की। Ans. लॉर्ड मेयो 151. भारत के उद्धारक की संज्ञा किसे दी गई। Ans. लॉर्ड रिपन 152. शिमला समझौता कब हुआ। Ans. 1972 ई. 153. स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल कौन था। Ans. लॉर्ड माउंटबेटन 154. तात्या टोपे का वास्तविक नाम क्या था। Ans. रामचन्द्र पांडुरंग 155. इंग्लैंड में भारतीय सुधार समिति की स्थापना किसने की। Ans. दादा भाई नौरोजी 156. जलियांवाला बाग हत्याकांड में जनरल डायर का सहयोग करने वाले भारतीय का नाम बताओ। Ans. हंसराज 157. मेवाड़ में भील आंदोलन का नेतृत्व किसने किया। Ans. मोतीलाल तेजावत 158. साइमन कमीशन को और किस नाम से जाना जाता है। Ans. वाइट मैन कमीशन 159. प्रथम गोलमेज सम्मेलन कब हुआ। Ans.12 सितम्बर 1930 ई. 160. तरुण स्त्रीसभा का स्थापना कहां की गई थी। Ans. कलकत्ता 161. मनुष्य ने सर्वप्रथम किस धातु का प्रयोग किया। Ans. तांबा 162. भारत का भूगोल नामक पुस्तक किसने लिखी। Ans. टॉलमी 163. सुभाष चंद्र बोस का सर्वप्रथम नेताजी किसने कहा था। Ans. एडोल्फ हिटलर 164. महात्मा गांधी को अधनंगा फकीर किसने कहा था। Ans. चर्चील 165. बल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि किस आंदोलन के बाद प्रदान की थी। Ans. बारदोली सत्याग्रह 166. जय हिंद का नारा किसने दिया था। Ans. सुभाष चंद्र बोस 167. ‘भारत को तलवार के बल पर विजित किया गया है, और तलवार के बल ही इसकी रक्षा की जाएगी’ यह कथन है। Ans. लॉर्ड एल्गिन 168. जनवरी 1879 में ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया को किस उपाधी से सम्मानित करने के लिए दिल्ली दरबार का आयोजन किया गया। Ans. कैसर-ए-हिंद 169. चौदहवीं लोकसभा के अध्यक्ष कौन थे। Ans. सोमनाथ चटर्जी 170. सरिस्का में बाघों के विलुप्त होने की घटना की जांच हेतु केंद्र सरकार ने किसकी अध्यक्षता में कार्यदल बनाया है। Ans. सूनीता नारायण 171. पहली लोकसभा के अध्यक्ष कौन थे। Ans. गणो वासुदेव मावलंकर, एम अनंतशयनम आयंगर 172. Ans. 6 मई 1952 173. विदेशों के लिए भारतीय राजदूतों को नियुक्त कौन करता है। Ans. राष्ट्रपति 174. राष्ट्रपति को क्षमादान की शक्ति संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत दी गई है। Ans. अनुच्छेद72 175. झंडा समिति के अध्यक्ष कौन थे। Ans. जे.बी.कृपलानी 176. संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल कितना समय लगा। Ans. दो वर्ष, 11 माह, 18 दिन 177. संविधान सभा का गठन कब किया गया। Ans. जुलाई 1946 178. अभ्रक के उत्पादन में भारत का विश्व में कौनसा स्थान है। Ans. प्रथम 179. देश में सर्वाधिक सोना किस राज्य से प्राप्त होता है। Ans. कर्नाटक 180. . चौमासा कौनसी फसल कहलाती हैं। Ans. जायद की फसल 181. अलौह खनिज की दृष्टि से राजस्थान का देश में कौनसा स्थान है। Ans. प्रथम 182. लौह खनिज की दृष्टि से राजस्थान का देश में कौनसा स्थान है। Ans. चौथा 183. राजस्थान में राष्ट्रीय कृषि विपणन संस्थान कहां पर है। Ans. जयपुर (1988) 184. तम्बाकू का पौधा किनके द्वारा भारत लाया गया। Ans. पुर्तगालियों द्वारा 185. खनिजों का अजायबघर किस राज्य को कहा जाता है। Ans. राजस्थान 186. गन्ना उत्पादन में भारत का कौनसा स्थान है। Ans. प्रथम 187. राजस्थान का अन्न भंडार कौनसा जिला कहलाता है। Ans. गंगानगर 188. राजस्थान में गुलाबी रंग का ग्रेनाइट कहां पर पाया जाता है। Ans. जालौर 189. राजस्थान में केंद्रीय सरसों अनुसंधान केंद्र कहां स्थापित है। Ans. सेवर (भरतपुर) 190. हरी अग्नि के नाम से जाना जाता है। Ans. पन्ना 191. राजस्थान में फैल्सपार कहां पाया जाता है। Ans. अजमेर(ब्यावर) व भीलवाड़ा 192. सुपर जिंक समेल्टर संयत्र (ब्रिटेन के सहयोग से) कहां पर स्थापित किया गया है। Ans. चंदेरिया(चित्तौड़गढ़) 193. राजस्थान में सोना कहां पर पाया जाता है। Ans. बांसवाड़ा व डूंगरपुर 194. हीरा राजस्थान में कहां पाया जाता है। Ans. केसरपुरा (चित्तौड़गढ़) 195. देश में नमक उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान कौनसे स्थान पर है। Ans. चौथा 196. राजस्थान में जेम स्टोन औद्योगिक पार्क किस जिले में स्थित है। Ans. जयपुर 197. दुर्गापुरा केसर क्या है। Ans. तरबूज की उन्नत किस्म 198. राजस्थान में सर्वाधिक औद्योगिक इकाइयां किस जिले में स्थापित हैं। Ans. जयपुर 199. राजस्थान में शून्य उद्योग जिले कौनसे हैं। Ans. जैसलमेर, बाड़मेर, चूरू व सिरोही 200. तरुण स्त्रीसभा का स्थापना कहां की गई थी। Ans. कलकत्ता